पटना: कोरोना (Corona) के कारण अन्य तमाम उद्योग-धंधों की तरह प्रिंटिंग कारोबार (Printing Business) भी बुरी तरह प्रभावित हुआ था. अनलॉक के बाद धी-धीरे व्यवसाय पटरी पर लौट रहा है. वहीं पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से राजधानी में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ी हैं, प्रिंटिंग प्रेस में भी नई जान आ गई है.
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अमूमन पहले देखा जाता प्रदेश में जब कोई बड़ी रैली या कोई बड़ा आयोजन होता था, तभी प्रिंटिंग प्रेस, फ्लैक्स और होल्डिंग कारोबार करने वाले लोगों की कमाई होती थी लेकिन इन दिनों राजनीतिक पार्टियों में नया प्रचलन शुरू हुआ है. अब जब भी कोई बड़ा नेता का आगमन हो रहा होता है तो पटना को बैनर और पोस्टर से पाट दिया जा रहा है. इस वजह से बैनर पोस्टर के साथ-साथ प्रिंटिंग प्रेस वालों की भी कमाई हो रही है. हालांकि हाल के डेढ़-दो साल में कोरोना का असर साफ दिखा है.
अब जबकि पिछले कुछ दिनों से लगातार नेताओं का आगमन दिल्ली से बिहार के लिए हो रहा है. नेताजी के स्वागत में उनके कार्यकर्ता पूरे शहर को बैनर-पोस्टर से सजा रहे हैं. जिस से बैनर पोस्टर के कारोबारियों को थोड़ी सी राहत मिली है. प्रिंटिंग कारोबार से जुड़े लोगों के चेहरे पर अब मुस्कान फिर से लौटने लगी है.