पटना:सीएम नीतीश कुमार(Chief Minister Nitish Kumar) के जनता दरबार(Janta Darbar) में फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में एक पुजारी अपनी फरियाद लेकर पहुंचा और उसने कहा कि महोदय आज से डेढ़ साल पहले मंदिर से भगवान की लगभग 200 साल पुरानी मूर्ति चोरी हो गई. इसको लेकर वहां के सीओ को हमने आवेदन दिया. सीओ ने थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए कह दिया लेकिन इसमें पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
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पुलिस की कार्रवाई नहीं होने के कारण हम धरने पर बैठ गए. पंडित ने कहा कि उसके बाद पुलिस आई और उसने कहा कि आप अपना धरना खत्म करिए और छठ के बाद भगवान आपको मिल जाएंगे. लेकिन छठ पूजा बीत जाने के बाद जब हम थाना गए तो थाने के लोग दूसरी ही बातें कहने लगे.
लगातार जब हम थाने में इस बात को उठाने लगे तो थाना हमारे ऊपर एफआईआर करना शुरू किया भगवान तो हमें नहीं मिले लेकिन मेरे ऊपर 6 एफआईआर हो गये.- फरियादी
पूरे मामले को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत उसे डीजीपी को देखने के लिए निर्देश दिया है. लेकिन यह भी बड़ा अजीब मामला है बिहार पुलिस को इस बात का अंदाजा रहता है कि भगवान कब मिल जाएंगे.
सीएम नीतीश आज गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic)के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.