पटना: बिहार में पशुपालन विभाग किसानों को सब्सिडी देकर पशुओं की खरीदारी करवा रहा है. विभाग का उद्देश्य है कि बिहार के किसान समृद्ध हों. वह सिर्फ खेती पर ही आश्रित न हों. किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन में भी रुचि रखें. इसको लेकर लगातार पशुपालन विकास विभाग की ओर से गोपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और बकरी पालन के लिए सरकारी सहायता दी जाती है. विभाग ने दावा किया है कि बाढ़ग्रस्त या सूखे क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारे की कमी नहीं होने दी जाएगी.
'किसानों के उत्थान के लिए पशुपालन विभाग कर रहा हर संभव कोशिश'
बिहार मत्स्य एवं पशुपालन विभाग की तरफ से मवेशियों के चारे और उसकी देखरेख के लिए की सचिव डॉ. एन विजयलक्ष्मी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में मवेशी के लिए चारा उपलब्ध करवाया जा रहा है.
पशुओं के लिए उपलब्ध करवाया जा रहा चारा
बिहार मत्स्य एवं पशुपालन विभाग की तरफ से मवेशियों के चारे और उसकी देखरेख के लिए सचिव डॉ. एन विजयलक्ष्मी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में मवेशी के लिए चारा उपलब्ध करवाया जा रहा है. साथ ही पशुओं के चिकित्सा के लिए चलंत अस्पताल की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने दावा किया कि बिहार में पशुपालकों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि बिहार में मांस, दूध और अंडा का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है और मछली के उत्पादन में भी हम आत्मनिर्भर हो रहे हैं.
सरकार कर रही पूरी कोशिश
डॉक्टर एन विजयलक्ष्मी ने कहा कि पशुपालन विभाग की ओर से बिहार में पशुओं का टीकाकरण चल रहा है. जिस मौसम में जिस तरह के टीके की जरूरत होती है सरकार द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे ज्यादातर किसान पशुपालक हैं. उन्हें सुविधा देने की कोशिश सरकार कर रही है. राज्य में आए बाढ़ को लेकर उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में वेटरनरी डॉक्टर की टीम भी भ्रमण कर रही है और पशुओं का इलाज किया जा रहा है.