पटना:लोक आस्था का महापर्व कहे जाने वाले छठ व्रत की शुरुआत बुधवार को नहाए खाए से शुरू हो जाएगा. छठ व्रत के लिए खरने का प्रसाद को बनाने वाले अनाजों को सुखाने का सिलसिला पटना के घाटों पर शुरू हो गया है. गंगा घाटों से नजदीक रहने वाली छठ व्रती खरना के दिन बनने वाले प्रसाद के अनाजों को सुखाती नजर आ रही हैं.
पटना: गंगा घाटों पर खरना का प्रसाद सुखाती छठ व्रती
बिहार में छठ महापर्व बुधवार को नहाए खाए से शुरू हो जाएगा. छठ व्रत के लिए खरने का प्रसाद को बनाने वाले अनाजों को सुखाने का सिलसिला पटना के घाटों पर शुरू हो गया है. वहीं, पटना प्रशासन घाटों की निरीक्षण भी किया है.
चार दिनों तक छठ महापर्व
4 दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के इस महापर्व की शुरुआत बुधवार से हो रही है. नहाए खाए के बाद छठ व्रती खरना व्रत को संपन्न करेंगे. खरना के महाप्रसाद में उपयोग किए जाने वाले अनाजों को सुखाने का सिलसिला पटना के गंगा घाटों पर शुरू हो गया है. गंगा घाटों के नजदीक रहने वाले छठ व्रती रामधनी बताती हैं कि उनके घर में छत नहीं है और इसी कारण हर साल वह गंगा घाट पर खरना के दिन बनने वाले प्रसाद के अनाज को सुखाती आ रही हैं.
क्या कहती हैं छठ व्रती
खरना के प्रसाद में उपयोग किए जाने वाले चावल को सुखा रही छठ व्रती पुष्पा बताती है कि वो पिछले 30 सालों से छठ व्रत करती आ रही है. हर साल इसी तरह गंगा घाटों पर खरना का प्रसाद बनाने वाले अनाजों को सुखाकर व्रत संपन्न करती है.
गौरतलब हो कि बुधवार से 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व की शुरुआत हो जाएगी और इसको लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. घाटों का बदस्तूर निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है तो घाटों को सजाने और संवारने की कवायद भी तेज हो गया है. मौके पर मौजूद कर्मी अंतिम स्वरूप देते नजर आ रहे हैं.