पटना: बिहार में कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारी तेजी से की जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि टीकाकरण के लिए जरूरी आधारभूत संरचना तैयार रखें. इसके लिए राज्य को सभी अस्पताल, स्कूल और पंचायत भवनों में 31 दिसंबर तक तीन कमरों का चुनाव कर उन्हें वेटिंग, वैक्सीनेशन और ऑब्जर्वेशन रूम बनाना है.
टीकाकरण के बाद ऑब्जर्वेशन में रहना होगा
स्वास्थ्य विभाग को भेजे पत्र में टीकाकरण के लिए नई गाइडलाइन का हवाला देकर कहा गया है कि पहले ही अस्पताल, पंचायत भवन और स्कूल भवनों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया था. स्वास्थ्य विभाग ने अब तक भवनों के चयन का काम पूरा कर लिया होगा.
जो भवन चिह्नित किए गए हैं, उनमें तीन कमरों में वेटिंग, वैक्सीनेशन और ऑब्जर्वेशन की व्यवस्था करें ताकि कोरोना के टीकाकरण के लिए आए निबंधित डॉक्टर, फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स के साथ ही 60 साल से अधिक उम्र के लोग प्रतीक्षा कर सकें. टीकाकरण के बाद कम से कम दो घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा.
2 जनवरी तक भेजनी होगी रिपोर्ट
स्वास्थ्य समिति के अनुसार मंत्रालय ने इस काम के लिए प्रदेश सरकार को 31 दिसंबर तक का समय दिया है. कितने स्कूल, अस्पताल और पंचायत भवन में वेटिंग, वैक्सीनेशन और ऑब्जर्वेशन रूम बनाए गए हैं इसकी पूरी जानकारी मंत्रालय को दो जनवरी तक भेजनी होगी. केंद्र के आदेश और नई गाइडलाइन से जिलों को अवगत करा दिया गया है. उम्मीद है कि यह काम तय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा.
जिला स्तर पर होगी वैक्सीन की आपूर्ति
पटना से जिलास्तर पर कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति होगी. इसके लिए एनएमसीएच में व्यापक तैयारियां की जा चुकी हैं. स्वास्थ्य समिति ने आधिकारिक रूप से जानकारी दी कि एनएमसीएच के कोल्ड स्टोरेज में आठ लाख वैक्सीन रखने की व्यवस्था हो चुकी है. इसी कोल्ड स्टोरेज से रेफ्रिजरेटेड वैन से जिलों में वैक्सीन की आपूर्ति होगी.