पटना: बिहार में इन दिनों प्रवासी मजदूरों को लेकर सियात तेज है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर लगातार तंज कस रहा है. इस क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और लालू यादव ने भी बारी-बारी से ट्वीट कर सुशील कुमार मोदी और वर्तमान नीतीश सरकार पर तंज कसा है. जिसके बाद से बिहार में सियासी बयानबाजी और तेज हो गई है.
लालू के शासनकाल पर कसा तंज
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी राबड़ी देवी हो या लालू यादव या कांग्रेस के नेता ये सभी कहीं न कहीं प्रवासी मजदूरों को बरगला कर राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं. लेकिन मजदूर अच्छी तरह से जानते हैं कि किस तरह से लालू राज में उन्हें राज्य से बाहर भगाया गया था. उस समय जिस तरह से अपराध था, भ्रष्टाचार था, उसी से त्रस्त होकर लोग दूसरे राज्य मजदूरी करने गए थे. उन्होंने कहा कि सारे उद्योग धंधे लालू राज में ही बंद हुए थे.
प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता राबड़ी देवी को बताया गंधारी
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि राबड़ी देवी के आंखों पर पट्टी है और वह गंधारी हो गई हैं. इसीलिए उन्हें बिहार का विकास नहीं दिखता है. उन्होंने कहा कि वह पुत्र मोह से ग्रसित हैं, जबकि उनके दोनों पुत्र निकम्मे हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने लेकिन फिर भी बिहार के लिए कुछ नहीं किया. उसके बाद नेता प्रतिपक्ष बनाए गए लेकिन जनता के लिए क्या-क्या कर रहे हैं वह राज्य की जनता देख रही है.
उन्होंने कहा कि जब-जब बिहार पर आपदा आती है तेजस्वी यादव बाहर ही रहते हैं. इस बार भी कोरोना संक्रमण काल में बिहार से बाहर आराम फरमा रहे थे और अब अनर्गल बयानबाजी कर लोगों को बरगलाने का कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि लालू यादव के दोनों बेटों जिस तरह से पिछले लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल का लुटिया डुबोया था. इस बार भी वह आने वाले चुनाव में आरजेडी का लुटिया डूबो कर ही छोड़ेंगे.