पटना: विपक्ष ने सरकार पर कुछ पसंदीदा अधिकारियों के भरोसे राज्य का कामकाज चलाने का आरोप कई बार लगाया है. कई अधिकारी वर्षों से महत्वपूर्ण पदों पर हैं. कई बार मुख्यमंत्री पर मंत्री से अधिक अधिकारियों पर भरोसा करने का आरोप भी लगता रहा है. हालांकि, कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने विपक्ष के आरोप पर पलटवार किया है.
कृषि मंत्री प्रेम कुमार का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है. अधिकारियों को परफॉर्मेंस के हिसाब से ही उन्हें प्रमुख विभाग और एक से अधिक विभाग की जिम्मेवारी दी जाती है.
बिहार सरकार के प्रमुख अधिकारी और उनके विभाग
- मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव की ही बात करें. तो उनके पास भवन निर्माण विभाग जो महत्वपूर्ण विभाग है.
- गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी हैं. इनके पास 2015 के पहले से गृह विभाग की जिम्मेवारी है और उसके अलावा समान्य प्रशासन, एक्साइज और अल्पसंख्यक विभाग भी इन्हीं के पास है.
- बिजली विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत हैं. इनके पास आपदा विभाग की भी जिम्मेवारी है, जो अभी कोरोना महामारी के समय नोडल विभाग बना हुआ है.
- बिहार सरकार के परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल के पास पटना कमिश्नर की जिम्मेवारी है. पथ निर्माण निगम भी इन्हीं के पास है.
- आनंद किशोर के पास बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के चेयरमैन का पद और नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव का पद भी है. साथ ही मेट्रो के एमडी भी बनाए गए हैं.
- मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार के पास भी सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव की जिम्मेदारी है.
- मुख्यमंत्री के एक और सचिव मनीष वर्मा के पास योजना विकास विभाग की भी जिम्मेदारी है.
- पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा के पास भी एक से अधिक विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.