पटना:नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो चुका है. जेडीयू ने इस बिल का समर्थन किया है, लेकिन इसको लेकर जेडीयू में दरार पड़ गई है. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार जेडीयू के स्टैंड का विरोध कर रहे हैं. अब पार्टी अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें चेतावनी भी जारी कर चुकी है.
जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इस पर अपनी राय दी है. उन्होंने लिखा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी (NRC) धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव का घातक जोड़ साबित होगा.
प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'हमें बताया गया है कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को नागरिकता देने के लिए है, लेकिन सच्चाई यह है कि NRC और यह CAB सरकार के हाथ में एक ऐसा घातक जोड़ हो सकता है, जिसके जरिए धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव कर उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सकता है.'
गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था, नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने से पहले जेडीयू नेतृत्व को उन लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए जिन्होंने 2015 में उन पर भरोसा और विश्वास जताया था. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि 2015 की जीत के लिए पार्टी और इसके प्रबंधकों के पास जीत के बहुत रास्ते नहीं बचे थे.