पटना: बिहार के नवादा के हिसुआ विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अनिल सिंह कोटा में फंसी अपनी बेटी को सड़क मार्ग से घर ले आए हैं. इस खबर के बाद सियासी हंगामा मच गया है. इस बीच, आरजेडी के नेता और लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने सीएम नीतीश कुमार से कहा है कि, अगर आम और खास के बीच फर्क हुआ तो महाभारत हो जाएग.
तेजप्रताप यादव ने ट्विट कर लिखा- 'बिहार के बाहर फंसे गरीब मजदूरों, छात्रों को लाने के नाम पर @NitishKumar जी Lockdown के मर्यादाओं का ज्ञान दे रहे थे और दूसरी तरफ चुपके से सत्ताधारी दल के विधायक को विशेष परमिशन देकर उनके बेटी को कोटा से नवादा ला रहे हैं. यदि आम और खास के बीच फर्क हुआ तो महाभारत होगा.'
'लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं किया'
बीजेपी विधायक अनिल सिंह ने ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत में कहा कि, 'अपनी बेटी को लाना लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं है. लॉकडाउन के दौरान हमारी सरकार ने साफ तौर पर कहा कि आवश्यक हो तभी घर से निकलें. मैं जनप्रतिनिधि के साथ-साथ एक पिता भी हूं. इसलिये मुझे जरुरी लगा कि मैं अपनी बेटी को लेने कोटा जाऊं. इसके लिए मैंने प्रशासन से परमिट लिया और कोटा गया. वहां से मैं अपनी बिटिया को लेकर वापस आया हूं.'
कोटा में फंसे बच्चों पर नीतीश ने क्या कहा था
बता दें कि राजस्थान के कोटा शहर में बिहार सहित कई अन्य राज्यों के के हजारों बच्चे फंसे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोटा में फंसे बच्चों को लाने के लिए बस भेजी थी. जिसपर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि, यह लॉकडाउन का उल्लंघन है. बिहार के सैकड़ों बच्चों की मदद की अपील को नीतीश कुमार ने यह कहकर खारिज कर दिया था कि ऐसा करना लॉकडाउन की मर्यादा के खिलाफ होगा.
PK का CM नीतीश से सवाल
इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट किया. उन्होंने वाहन पास दिखाते हुए लिखा 'कोटा में फंसे बिहार के सैकड़ों बच्चों की मदद की अपील को नीतीश कुमार ने यह कहकर खारिज कर दिया था कि ऐसा करना लॉकडाउन की मर्यादा के खिलाफ होगा. अब उन्हीं की सरकार ने बीजेपी के एक विधायक को कोटा से अपनी बेटी को लाने के लिए विशेष अनुमति दी है.