पटना:बिहार सहित राजधानी पटना में कोरोना संक्रमण कहर बनकर लोगों पर टूट रहा है. संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं मृतकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. इन सबके बीच राजधानी पटना से एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. शहर के विभिन्न इलाकों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पहने गए पीपीई किट और मास्क सड़क किनारे फेंके नजर आने से राहगीरों में डर का माहौल है.
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कई राज्यों में कोहराम
कोरोना महामारी की बढ़ती रफ्तार से जहां देश समेत कई राज्यों में कोहराम मचा हुआ है. वहीं बिहार में भी लगातार संक्रमण अपना पांव पसार रहा है. सरकार और प्रशासन की ओर से इस पर लगाम लगाने को लेकर लगातार जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं. उनकी कोशिश यह है कि किसी भी तरह इस खतरे से लोगों को बचाया जा सके.
संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा
सड़कों पर फेंके गये पीपीई किट और मास्क कहीं ना कहीं संक्रमण को न्योता दे रहे हैं. राजधानी पटना में जिस तरह से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, ऐसे में इस तरह की लापरवाही शहरवासियों पर भारी पड़ सकती है. इसको लेकर आम लोग डरे और सहमे हुए हैं. आम राहगीरों की मानें तो, इस तरह के सामान को सड़क किनारे नहीं फेंकना चाहिए. इससे संक्रमण और फैलने की आशंका है.
खुलेआम फेंके गए पीपीई किट ये भी पढ़ें:रेमडेसिविर का 14 हजार डोज आज शाम पहुंचेगा पटना
सड़क किनारे फेंके गये मास्क
पटेल चौक से लेकर एयरपोर्ट वाले रास्ते हों या 12 एम स्टैंड रोड का रास्ता, या फिर हज भवन का इलाका, इन सभी जगहों पर पीपीई किट के साथ मास्क सड़क किनारे फेंके गये हैं. जो कहीं ना कहीं संक्रमण को न्योता दे रही है. जिससे लोगों में डर बढ़ता जा रहा है. ईटीवी भारत लोगों से अपील कर रहा है कि यदि संक्रमण को रोकना है, कोरोना चेन को तोड़ना है, तो इस तरह के उपयोग की हुई सामग्री को सड़क किनारे न फेंके. बल्कि इसे नगर निगम की ओर से जगह-जगह लगाए गए डस्टबिन में ही डालें. ताकि समय पर उसकी रीसाइक्लिंग की जा सके.