पटनाःकोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. ये महीना शादी ब्याह का है, लेकिन लॉकडाउन के कारण सभी वैवाहिक और अन्य कार्यक्रम रोक दिए गए हैं. ऐसे में शादी के मौके पर बिकने वाले मिट्टी के बर्तन को पूछने वाला भी कोई नहीं है. जिससे मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हार परेशान हाल हैं. इन गरीबों को सरकार से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही है.
मिट्टी का बर्तन बनाने वालों पर आफत
दरअसल, अप्रैल से लेकर मई महीने तक शादियां बहुत ज्यादा होती हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण शादी ब्याह का कार्यक्रम रुका हुआ है. इसी कड़ी में मिट्टी का बर्तन बनाने वाले लोगों की स्थिति काफी खराब चल रही है. क्योंकि शादी ब्याह और लग्न के समय में ही उनका व्यापार ज्यादा होता था. शादी ब्याह में मिट्टी के बर्तन की डिमांड काफी बढ़ जाती थी, जिससे इनके परिवार की रोजी रोटी चलती थी.
लॉकडाउन में नहीं हुई शादियां
लॉक डाउन के कारण इस बार न शादी हुई ना कोई कार्यक्रम हुए. ऐसे में कुम्हारों का सारा व्यापार ठप पड़ा हुआ है. सूबे में ज्यादातर लोग कुल्हड़ वाली चाय और कुल्हड़ वाली लस्सी भी पिया करते थे. फिलहाल सभी दुकानें बंद हैं, जिस कारण इसकी बिक्री पर भी आफत आ गई है.