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पटनाः लॉकडाउन में चौपट हुआ कुम्हारों का धंधा, सरकार पर टिकी नजर - पटना में लॉकडाउन

सरकार की तरफ से एक बार राशन मिला है लेकिन पैसा नहीं मिला है. उनकी मां का कहना है कि सरकार उनका भी दर्द समझे और उनकी सहायता करे.

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दुकान पर बैठी महिला

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Published : May 18, 2020, 6:28 PM IST

पटनाःकोरोना वायरस को लेकर देश में लगे लॉकडाउन से काफी लोग प्रभावित भी हो रहे हैं. अगर बात करें राजधानी पटना से सटे नौबतपुर के कुम्हारों की तो इस लॉकडाउन की वजह से उनकी स्थिति भी काफी खराब हो गई है. लॉकडाउन में उनके मिट्टी के बने बर्तन नहीं बिक रहे हैं और ऐसे में अब उन्हें अपने भविष्य की चिंता भी सता रही है.

ग्राहक के इंतजार में बैठी महिला दुकानदार

'खत्म होने वाला है शादी का सीजन'
लॉकडाउन के कारण राजधानी में कुम्हारों का व्यवसाय बंद हो गया है. ये लोग पूरे साल कमाकर खाया करते थे. लेकिन इस साल तो उनका पूरा साल ही बेकार जा रहा है, लगन को समय में जो कमाई होती थी, वो इस साल नहीं हो सकी. शादी का सीजन भी अब खत्म होने ने वाला है.

मट्टी का बर्तन बनाती महिला

नहीं बिके शादी और पूजा के बने बर्तन
लॉक डाउन की वजह से लोग इनके घर या इनके दुकान पर नहीं पहुंच पा रहे हैं. जिसकी वजह से उनके सभी शादी और पूजा के बने मिट्टी के बर्तन घर में ही रखे रह गए. हालांकि सरकार की तरफ से कुछ लोगों को राशन तो मिला लेकिन कई ऐसे भी कुम्हारों का परिवार है जिसे न राशन मिला और न ही कोई सरकारी सहायता.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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'राशन तो मिला है लेकिन पैसा नहीं मिला'
नौबतपुर के कुम्हार रमेश पंडित और दुकानदार मालती देवी बताती हैं कि सरकार ने तो देश में लॉक डाउन लगा रखा है लेकिन इस लोक डाउन में हमारी स्थिति काफी खराब हो गई है. पूरे साल हम लोग इसी से कमाकर खाया करते थे, लेकिन इस साल पूरा धंधा चौपट हो गया है. समान घर में बनकर तैयार हैं, लेकिन खरीदने वाला कोई नहीं है. सरकार की तरफ से एक बार राशन मिला है लेकिन पैसा नहीं मिला है. उनकी मां का कहना है कि सरकार उनका भी दर्द समझे और उनकी सहायता करे. ताकि उनका भी परिवार चल सके.

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