पटना: कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए ग्रामीण इलाकों में कई जगह बाहरी लोगों के प्रवेश निषेध का पोस्टर लगाया गया है. लेकिन इस तरह का बैनर राजधानी पटना के वीआईपी इलाके में भी दिख रहा है. मुख्यमंत्री आवास और राजभवन के ठीक बगल में यह पोस्टर लगाया गया है जहां 4 केजी के स्टाफ रहते हैं.
'संक्रमण से बचाव के लिए लगाया गया पोस्टर'
बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 64 तक पहुंच गई है. अभी भी बड़े पैमाने पर संदिग्ध लोगों की जांच पड़ताल चल रही है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए राजधानी में भी लोग अब बाहरी लोगों के प्रवेश निषेध का पोस्टर लगाने लगे हैं. इस तरह का बैनर पटना के वीवीआईपी इलाके में लगाया गया है.
कोरोना वायरस को लेकर पटना के VVIP इलाके में लगा 'प्रवेश निषेध' का पोस्टर - lockdown effect
पोस्टर लगाने वाले राजेश का कहना है कि 4 केजी के स्टाफ यहां रहते हैं और कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैले इसलिए बचाव में यह पोस्टर लगाया गया है.
मुख्यमंत्री का निवास और राजभवन के ठीक नजदीक सरकारी गेस्ट हाउस है उसी के पास यह पोस्टर लगाया गया है. पोस्टर लगाने वाले राजेश का कहना है कि 4 केजी के स्टाफ यहां रहते हैं और कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैले इसलिए बचाव में यह पोस्टर लगाया गया है.
पटना सेंसेटिव इलाके में से एक
जिले में पिछले 10 दिनों से भी अधिक समय से एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. लेकिन, पटना के आरएमआरआई, आईजीएमएस और पीएमसीएच के साथ एम्स में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का टेस्ट होता है. नालंदा मेडिकल कॉलेज और एम्स में इलाज हो रहा है. इसके कारण पटना संवेदनशील इलाके में से एक है. इसलिए यह बैनर लगाया गया है.