पटना:पीएमसीएच में रविवार को 20 बेडों का पोस्ट कोविड-19 वार्ड की शुरुआत की गई. इस वार्ड में कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए भर्ती करवाया जाएगा. साथ ही कोरोना के इलाज के बाद ठीक हुए मरीज जब फिर से संक्रमित पाए जाएंगे तो उनको भी इस वॉर्ड में भर्ती किया जाएगा. पोस्ट कोविड-19 वार्ड के लिए राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक में 6 बेड और कैंटीन के ऊपर के एरिया में 14 बेड लगाए गए हैं.
इस पोस्ट कोविड-19 वार्ड के उद्घाटन के मौके पर पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि जो कोमोरबिडिटी के कोरोना पेशेंट होते हैं, उनका कोरोना ठीक होने के बाद उन्हें डायबिटीज के डॉक्टरों की, मेडिसिन के डॉक्टरों की और साइकेट्रिस्ट की जरूरत पड़ती है. इसीलिए यहां मरीजों का ऑक्सीजन सैचुरेशन और ब्लड प्रेशर एग्जामिन किया जाएगा.
पीएमसीएच में पोस्ट कोविड-19 वार्ड का शुभारंभ साथ ही मरीजों को बेहतर गुणवत्ता पूर्ण भोजन के साथ जो कुछ भी जरूरत होगी सभी सुविधाएं दी जाएगी. कोशिश यह रहेगी कि मरीज जल्द कोरोना के कारण मन को परेशान करने वाली स्थिति से बाहर निकलकर सामान्य हो जाएं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि पहले दिन पोस्ट कोविड-19 वार्ड में 2 मरीज एडमिट हुए हैं.
पीएमसीएच में पोस्ट कोविड-19 वार्ड का शुभारंभ 'मनोचिकित्सक करेंगे मरीजों की काउंसलिंग'
पोस्ट कोविड-19 वार्ड के शुभारंभ के मौके पर अधीक्षक डॉ. विमल कारक और प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी ने वार्ड का निरीक्षण किया. वहीं, प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी ने बताया कि अभी जो मरीज पोस्ट कोविड-19 वार्ड में एडमिट हुए हैं, उनका 2 दिन पहले रिपोर्ट नेगेटिव आया था, लेकिन वो अभी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हुए हैं. इसीलिए उन्हें यहां भर्ती करवाया गया है.
पीएमसीएच में पोस्ट कोविड-19 वार्ड का शुभारंभ साथ ही उन्होंने बताया कि कई मरीज कोरोना से ठीक होने के बाद जब घर गए तो उन्होंने कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ सहित कई तरह की समस्याओं के बताया. इसी समस्या को देखते हुए यह वार्ड खुला है और मनोचिकित्सक इन मरीजों का लगातार काउंसलिंग करेंगे और जब वह सामान्य महसूस करने लगेंगे तो उन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा. बता दें कि पोस्ट कोविड-19 वार्ड में पेशेंट के साथ अटेंडेंट को भी रहने की अनुमति है.