पटना:राजधानी में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं. मंगलवार को पटना में कोरोना के 162 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, राजधानी में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 1957 पहुंच गई है. वहीं, पटना एम्स में फिलहाल 78 मरीज इलाजरत हैं. राजधानी के सभी अस्पतालों में गंभीर मरीजों की संख्या 97 है.
'पटना में कंटनेमेंट जोन की संख्या 30 तक पहुंच सकती है'
राजधानी में एक बार फिर कोरोना का ग्राफ ऊपर की तरफ चढ़ना शुरू कर चुका है. मंगलवार को राजधानी में 162 मामले सामने आए हैं. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अगले दो दिनों में कंटेनमेंट जोन की संख्या 30 तक पहुंच सकती है.
अगले एक-दो दिनों में कंटेनमेंट जोन बढ़ने का अंदेशा
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक ने वर्तमान समय में मौजूद कंटेनमेंट जोन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने इस बाबत उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पटना जिले में 16 कंटेनमेंट जोन है. वहीं, उन्होंने राजधानी क्षेत्र में बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अभी जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में मिले हैं. उससे यह अंदेशा है कि अगले 1 से 2 दिनों में कंटेनमेंट जोन की यह संख्या 30 तक पहुंच सकती है. डॉ एसपी विनायक ने बताया कि पटना जिले के सर्वाधिक कंटेनमेंट जोन शास्त्री नगर राजीव नगर और कंकड़बाग के इलाके में है. उन्होंने कहा कि इन सभी इलाकों में एक्टिव मरीजों की संख्या 100 से अधिक है.
एंटीजन टेस्ट कर कोरोना मरीजों का लगाया जा रहा पता
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि जिले का रूपसपुर, पत्रकार नगर, गोला रोड, कदमकुआं जैसे कुछ इलाके हैं. जहां एक्टिव मरीजों की संख्या 50 से ऊपर है. उन्होंने बताया कि जिन इलाके में मरीजों की संख्या ज्यादा रह रही है. उन्हें कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है. उसके आसपास के लोगों का हाउस टू हाउस घूम घूम कर एंटीजन कीट के माध्यम से कोविड-19 का जांच किया जा रहा है.