पटना : नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सीबीआई ने राउस एवेन्यू कोर्ट में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दिया है. जिसको लेकर बिहार में राजनीति शुरू हो गयी है. पक्ष और विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर बयानबाजी करने में लगे हैं.
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'BJP ने तेजस्वी यादव का नाम डलवाया' :आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम बीजेपी ने डलवाने का काम किया है. बीजेपी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, यह बात देश की जनता जानती है. तेजस्वी प्रसाद यादव देश के रेल मंत्री नहीं थे, जिस समय की यह बात हो रही है उस समय तेजस्वी प्रसाद की उम्र क्या थी. इसके बावजूद भी बीजेपी ने तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम डलवाने का काम किया है.
इसका संबंध विपक्षी एकता बैठक से नहीं :वहीं इस मामले पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सीबीआई द्वारा आज 'नौकरी के बदले जमीन घोटाला' मामले में पूरक आरोप पत्र दाखिल किया गया है. उन्होंने कहा कि इसका संबंध विपक्षी एकता बैठक से नहीं है, क्योंकि इस मामले में लालू-राबड़ी के खिलाफ चार्जशीट बहुत पहले ही दाखिल हो चुकी है. वैसे भी सारे दस्तावेज जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उपलब्ध कराया था.
JDU ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए : जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि केंद्र के इशारों पर एजेंसियों का किस तरह से दुरुपयोग होता है, यह देश की जनता अच्छे तरीके से देख रही है. उन्होंने कहा कि लैंड फॉर जॉब मामले पर लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव को चार्जशीटेड बनाया गया है, क्या इसके आरोप सत्य हैं डिटेल्स आने के बाद और आगे बात रखी जाएगी लेकिन सरकार की मंशा पर हमेशा से सवाल खड़ा होता रहा है.
कांग्रेस ने ED-CBI पर साधा निशाना : कांग्रेस विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने सीधे तौर पर सीबीआई और ईडी को मोदी और अमितशाह का तोता बताया. कहा कि सीबीआई ने दिए गए समय से नौ दिन पहले ही चार्जशीट दाखिल कर दिया है.
'जैसी करनी वैसी भरनी' : बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव का लैंड फॉर जॉब मामले में चार्जशीटेड होना 'जैसी करनी वैसा भरनी' का उदाहरण है. ज्यादा व्याकुल होने की बात नहीं है. आपने जैसा कर्म किया है वैसा फल मिल रहा है. यह लोग घपले-घोटाले करेंगे तो परिणाम उसका मिलेगा ही. गरीबों के पैसों का इन्होंने गवन किया है, चोरी की है, इसलिए इन लोगों पर केस हो रहा है.
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम? :अब सवाल उठता है कि यूपीए की मनमोहन सिंह की सरकार में 2004 से 2009 तक लालू यादव रेल मंत्री थे. इसी दौरान रेलवे में गलत तरीके से नियुक्ति देने का आरोप है. अभ्यर्थियों से नौकरी के बदले जमीन और फ्लैट लिए गए. जो घुमा फिराकर लालू परिवार और उनके करीबियों के नाम ट्रांसफर किए गए. इसको लेकर सीबीआई और ईडी लगातार छापेमारी और जांच कर रही है.