पटना: राजधानी में जलजमाव को लेकर पूरे बिहार में सियासत तेज है. प्रदेश के सत्तारूढ़ दल एनडीए में खटास नजर आने लगी है. बीजेपी और जेडीयू एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के नेता गिरिराज सिंह ने पटना के हालातों का दोषी नीतीश सरकार को बताया है.
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने तो यहां तक कह दिया कि सरकार से पहले आरएसएस के लोग पीड़ितों को राहत पहुंचा रहे हैं. इसपर जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि 1990 से पटना के सभी प्रशासनिक पदों पर बीजेपी का कब्जा है, तो उन्हें जवाब देना चाहिए कि आखिर जल जमाव की स्थिति हुई ही क्यों?
ईटीवी भारत संवाददाता अरविंद राठौर की रिपोर्ट 'मांफी मांगे बीजेपी'
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि बीजेपी जो प्रदेश सरकार पर दोषारोपण कर रही है, उसके लिए उसे मांफी मांगनी चाहिए. वह खुद की गलती का दोष दूसरों पर मढ़ रही है. जेडीयू की ओर से कहा गया है कि बीजेपी को पटना में हुए जलजमाव को लेकर श्वेत पत्र जारी कर राजधानी की जनता से मांफी मांगनी चाहिए.
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अबतक नहीं हो पाई है जल निकासी
बता दें कि लगातार 4 दिनों तक हुई बारिश ने पटना में जल जमाव की स्थिति पैदा कर दी है. कई इलाकों में 5 से 6 फीट कर पानी जमा हो गया है. लाखों घर डूब गए हैं. वहीं, राज्यभर में हुई भारी बारिश और बाढ़ से अबतक 73 लोगों की मौत हो चुकी है. जलजमाव और बाढ़ की वजह से लोगों को अभी राहत नहीं मिल पा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार सूबे के कई जिलों की हालत ठीक नहीं है. मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार के लिए एक बार फिर से ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है.