पटना:विधानसभा चुनाव के दौरान नल जल योजना में भ्रष्टाचार का चुनावी मुद्दा बन गया था. लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमो चिराग पासवान जोर शोर से घोटाले के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे थे. सरकार गठन के बाद बीजेपी नेताओं ने भी नल जल योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की आंखें खोल दी है. बीजेपी के स्टैंड के बाद चिराग पासवान के आरोपों पर मुहर लग गई है.
नल जल योजना की खुली पोल
सरकार बनते ही विधि व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा कोटे के मंत्री मुखर हैं. उप मुख्यमंत्री रेणु देवी और लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान ने नल जल योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर सरकार का ध्यान दिलाया है. मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा कि अधिकारी सरकार को झूठा प्रतिवेदन दे रहे हैं.
नल जल योजना पर छिड़ा सियासी संग्राम चिराग पासवान के आरोपों पर मुहर!
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा है कि नल जल योजना में धांधली की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. अधिकारी सरकार तक झूठा प्रतिवेदन दे रहे हैं और ठेकेदार भी लापरवाह दिख रहे हैं. सरकार के मंत्री के बयान के बाद लोजपा नेता आक्रामक हैं. पार्टी प्रवक्ता श्रवण कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान हमारे नेता जो आरोप लगा रहे थे उस पर एक तरीके से मुहर लग गई है. मेरी पार्टी नल जल योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई जांच की मांग करती है.
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति
जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि नीतीश सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है. कोई भी योजना 100% सही नहीं होती. सरकार के नजर में भ्रष्टाचार का मामला आता है तो उस पर कार्रवाई होती है.