पटना: बिहार में कोरोना महामारी ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. जिसके बाद से आरजेडी (RJD) ने बिहार के अस्पतालों को लेकर सोशल मीडिया पर मुहिम चला रखी है. पार्टी नेता पीएचसी अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र और स्वास्थ्य उप केंद्रों की तस्वीर साझा कर सरकार पर हमला बोल रहे हैं. लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने भी बिहार के कुछ स्वास्थ्य केंद्रों की तस्वीर साझा की और नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया.
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लालू के इस ट्वीट पर बवाल
लालू यादव ने ट्वीट कर कहा है कि ''नीतीश कुमार आईना तो देखिए. हमारे द्वारा निर्मित हज़ारों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बंद करा क्या मिला? खुद नया बना पाए नहीं लेकिन पूर्व निर्मित कबाड़ ज़रूर दिए.....का मिला??.'' लालू यादव के इस ट्वीट के बाद एनडीए नेताओं ने उन पर चौतरफा हमला बोल दिया.
प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता
''लालू प्रसाद यादव को अपने कार्यकाल के बारे में याद करना चाहिए कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है और बिहार की स्थिति उन्होंने क्या कर रखी थी. उनके शासनकाल में ही स्वास्थ्य केंद्रों के हाल बदतर हुए थे.''-प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता
अभिषेक झा, जेडीयू प्रवक्ता
''नीतीश कुमार के शासनकाल में प्रखंड स्तर के अस्पताल में औसतन 10 हजार लोग इलाज के लिए जाते हैं. लालू प्रसाद यादव को यह भी बताना चाहिए कि उनके शासनकाल में अस्पतालों की स्थिति क्या थी और आज स्वास्थ्य व्यवस्था बिहार में कहां पहुंच चुकी है.''-अभिषेक झा, जेडीयू प्रवक्ता
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आरजेडी के निशाने पर नीतीश सरकार
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब जिले के किसी उपस्वास्थ्य केन्द्र को लेकर लालू यादव ने खस्ता स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार को घेरा हो. इससे पहले लालू और नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने मधुबनी जिले के ही सिकरी और सुक्की गांव के दो उपस्वास्थ्य केन्द्रों को लेकर नीतीश कुमार और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री को घेरा था. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी बिहार के अस्पतालों की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर सरकार पर सियासी हमला बोल रहे हैं.