पटना: लोकसभा चुनाव में इस बार नीतीश कुमार हर सभा में नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनने की बात कह रहे हैं. बिहार में अब तक प्रधानमंत्री ने 7 सभाएं की है. इसमें से तीन सभा जदयू के लिए तीन सभा बीजेपी के लिए और एक सभा लोजपा के प्रत्याशी के लिए किया है. नीतीश कुमार के मुंह से मोदी की हो रही तारीफ से लगता है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुरीद से हो गए हैं.
जमुई को छोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर सभा में नीतीश कुमार मौजूद रहे हैं. दरभंगा में वंदे मातरम के पीएम के नारे के दौरान नीतीश के बैठे रहने पर खूब विवाद भी हुआ. विपक्ष ने इसपर जमकर तंज कसा. इस घटना को छोड़कर प्रधानमंत्री के साथ नीतीश कुमार की ट्यूनिंग देखते बन रही है. ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुरीद से हो गए हैं. सीएम अपनी सभाओं में जिस ढ़ंग से आतंकवाद पर कार्रवाई को लेकर नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं. विपक्ष और विशेषज्ञ भी कह रहे हैं कि नीतीश बीजेपी की भाषा बोलने लगे हैं.
एक समय में नीतीश कुमार और मोदी के बीच था मतभेद
2014 में नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी का नाम तक सुनना नहीं चाहते थे. उससे पहले 2010 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को बिहार में प्रचार करने तक नहीं दिया था. उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. हालांकि यह सब पुरानी बात हो चुकी है. अब नीतीश पीएम का फैन बनते दिख रहे हैं. यही कारण है कि प्रधानमंत्री की सभाओं में उनके साथ नजर तो आ ही रहे हैं. साथ में अपनी सभाओं में भी नीतीश पीएम की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.