पटनाः बिहार में हुए दो सीटों पर हुए उपचुनाव (Bihar By Election Results) के नतीजे सामने आ चुके हैं. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार दो सीटों पर उपचुनाव हुआ है. मिशन 2024 से पहले हुए इस चुनाव को नीतीश और तेजस्वी की जोड़ी के लिए लिटमस टेस्ट माना जा रहा था. ऐसा माना जा रहा था कि नीतीश के साथ आने से वोट वैंक पर अंतर पड़ेगा. भाजपा का वोट खिसकेगा. मोकामा सीट पर राजद के जीतने की उम्मीद थी. जदयू के आने से गोपालगंज सीट पर राजद की दावेदारी मजबूत लग रही थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इसके बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है.
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महागठबंधन को मुंह की खानी पड़ीः भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा है (BJP MP Sushil Modi Reaction On ByPoll Result) कि उपचुनाव में महागठबंधन को मुंह की खानी पड़ी है. बिहार की जनता ने एनडीए के पक्ष में मतदान किया है. सुशील मोदी ने कहा है कि गोपालगंज में महागठबंधन को जनता ने नकार दिया है.राज्यसभा सांसद सह बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी महागठबंध पर तंज कसते हुए कहा कि मोकामा की जीत बाहुबली अनंत सिंह की जीत है न की आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की. चाहे पार्टी कोई भी हो मोकामा में भाजपा पहली बार चुनाव लड़ रही थी. फिर भी अनंत के गढ़ में 62,758 वोट लाना बहुत बड़ी उपलब्धि है. JDU के वोटर ने बड़ी संख्या में भाजपा को वोट दिया है.
ट्विटर पर मोदी से भिड़े ललनः चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा सांसद सुशील मोदी ने ट्विट किया कि 'गोपालगंज में महागठबंधन को जनता ने नकार दिया. नीतीश कुमार लालू के साथ थे फिर भी नहीं जीत पाए. भाजपा के आधार वोट में सेंध नहीं लगा पाए. लव कुश एवं EBC ने एकमुश्त वोट भाजपा को दिया. मोकामा और गोपालगंज ने बता दिया की JDU का आधार वोट अब भाजपा के साथ है'. सुशील मोदी के ट्विवट पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया देते हुए एक आंकड़ा टैग किया. उसके बाद लिखा-'लगता है आपकी स्मरण शक्ति कमजोर हो गयी है. 2020 में 36752 वोट से जीते थे, इस बार 1794 वोट. फिर भी महागठबंधन के आधार वाला वोट आपको मिला. ऐसी प्रतिक्रिया बड़का झूठा पार्टी के हताश नेता ही दे सकते हैं.'
सम्राट ने कहा अभी तो ट्रेलर हैः बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि गोपालगंज की जनता को हम धन्यवाद देते हैं उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को जिताने का काम किया है. स्पष्ट हो गया है कि बिहार में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं है. वे पूरी तरह से अप्रासंगिक हो गए हैं. कहीं भी नीतीश फैक्टर काम नहीं किया. नीतीश कुमार को रिजेक्ट कर दिया है. मोकामा में पिछले चुनाव से ज्यादा वोट भाजपा को मिली है. महागठबंधन में नीतीश के आने से राजद का और वोट घटा है. 2024 में भारतीय जनता पार्टी फिर से 39 तीट पर अपना जीत तय करेगी, अभी तो ट्रेलर है.
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महागठबंधन के वोट शेयर में आई कमी: विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन के दावों की हवा निकल गई. पिछले चुनाव में अनंत सिंह मोकामा से बड़े मतों के अंतर से चुनाव जीते थे, लेकिन इस बार फासला 15,000 के आसपास का ही रहा. नीतीश कुमार के महागठबंधन में आने से राजद के वोट में बढ़ोतरी नहीं हुई है. हमारे प्रत्याशी को 63 हजार से अधिक वोट मिले हैं. विजय सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन नेताओं से यह पूछना चाहिए 54% से अधिक वोट शेयर का दावा करने वाले नेता कहां हैं. उनके दावों का क्या हुआ बिहार सहित देश के अन्य हिस्सों में नरेंद्र मोदी की लहर नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने भी नरेंद्र मोदी के नाम पर मतदान किया है. हमारे प्रत्याशी को मोकामा में गोपालगंज से एक फीसदी अधिक वोट मिले हैं.
मोकामा में महागठबंधन की ऐतिहासिक जीतः जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है (Umesh Kushwaha Reaction On ByPoll Result) कि जनता मालिक है. जनता ने जो फैसला सुनाया है, हमलोगों को मंजूर है. लेकिन दोनों सीटों के रिजल्ट का जब विश्लेषण करेंगे तो मोकामा में महागठबंधन की ऐतिहासिक जीत हुई है. गोपालगंज हम बहुत कम अंतर से हारे हैं.बीजेपी नेताओं के इस बयान पर की सीएम नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद भी कोई असर नहीं हुआ है, महागठबंधन फेल हो गया है. इस पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि यह तो विश्लेषण करने की चीज है. बिहार की जनता ने महागठबंधन को स्वीकार किया है और उन्हें सहानुभूति वोट के कारण जीत मिली है. वह भी बहुत कम अंतर से. उमेश कुशवाहा ने कहा कि एनडीए जो जश्न मना रही है, उन्हें 2024 में पता चल जाएगा. विधानसभा के 2 सीटों पर हुए उपचुनाव के रिजल्ट का महागठबंधन की एकजुटता पर क्या असर होगा, इस सवाल पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन और मजबूत होगा.
जनता ने नीतीश का भ्रम तोड़ दियाः पूर्व कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सब कुछ साफ हो गया है, 8 दलों का जो महागठबंधन बना है बिहार में उसका असर इस चुनाव परिणाम में देखने को नहीं मिला है. कहा कि गोपालगंज की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताया है. मोकामा में भी हमारे वोटर बढ़े हैं. बड़ी मजबूती से हमने वहां पर लड़ाई लड़ी है. 8 दलों के महागठबंधन का क्या हाल हुआ है, इस उपचुनाव में सब कोई देख रहा है. अमरेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तंज कसा. कहा कि जो भ्रम उन्होंने पाल रखा था आज जनता ने उस भ्रम को तोड़ दिया है. भारतीय जनता पार्टी शुरू से बड़ी पार्टी रही है. अभी भी जो उनके वोटर है वह उनके साथ हैं. बिहार में चाहे वह कई दलों को मिलाकर महागठबंधन ही बना लिए हो लेकिन जनता को इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है.
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गोपालगंज में बीजेपी के वोट में सेंधः ''आप सब लोग जान रहे हैं कि मोकामा में विधानसभा चुनाव एकतरफा रहा, जबकि इन गोपालगंज मैं 2020 में जहां हम 40 हजार मत से हारते थे. इस बार सिंपैथी वोट फैक्टर होने के बाद भी बीजेपी से हमारी 1700 मतों से हार हुई. मुकाबला दिलचस्प था और हम लोगों का जो प्रयोग था. वह काफी हद तक सफल रहा. दीपावली और छठ जैसे त्योहार के बीच चुनाव था. गोपालगंज की जनता यानी बीजेपी का जो कोर वोटर है जो लोग क्लेम करते थे कि फलाना हमारा ही वोटर है उस पर महागठबंधन के लोगों ने सेंध मारने का काम किया है''- तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री, बिहार
बिहार उपचुनाव के नतीजे घोषित :बिहार उपचुनाव के नतीजे (Bihar By Election 2022 Results) घोषित कर दिए गए हैं. मोकामा में आरजेडी उम्मीदवार नीलम देवी की बड़ी जीत हुई है. उन्होंने 16420 के बड़े अंतर से बीजेपी कैंडिडेट सोनम देवी को शिकस्त दी है. उधर, गोपालगंज में कांटे की टक्कर के बीच बीजेपी उम्मीदवार कुसुम देवी ने बाजी मार ली है. उन्होंने 2157 वोट से जीत हासिल की है. इन दोनों सीट पर तीन नवंबर को मतदान हुआ था, जिसमें 52.3 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.