पटना:कोरोनावैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर को लेकर सियासत जारी है. छत्तीसगढ़ और झारखंड की सरकार ने पीएम मोदी की तस्वीर की जगह अपनी तस्वीर लगा दी है, जिसे लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. इसी बीच अब एनडीए के सहयोगी दल हम पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम मांझी भी इस पर लगातार सवाल खड़ा कर रहे हैं.
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सर्टिफिकेट पर हो राष्ट्रपति का चेहरा- मांझी
उन्होंने कहा कि टीका पूरे देश का है और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद महामहिम राष्ट्रपति का होता है, इसलिए सर्टिफिकेट पर राष्ट्रपति का चेहरा होना चाहिए. जीतन राम मांझी के इस बयान को विपक्षी दलों ने भी समर्थन देते हुए नसीहत दी है कि यदि उनकी बात एनडीए में सुनी नहीं जाती है, तो विपक्ष के साथ आकर अपनी आवाज को और मजबूत करें.
मांझी के बयान को विपक्ष का समर्थन
दरअसल, रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने को-वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उन्हें जो सर्टिफिकेट मुहैया कराया गया था. उस पर पीएम मोदी की तस्वीर थी. जिसे लेकर जीतन राम मांझी ने अपनी नाराजगी जताई. जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. जीतन राम मांझी के इस ट्वीट का विपक्षी दल समर्थन करते हुए दिख रहे हैं.
सरकार पूरी तरह से तानाशाही- आरजेडी
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जीतन राम मांझी ने जो सवाल उठाया है. वो जनहित का सवाल है. देश के संवैधानिक पद पर महामहिम राष्ट्रपति का अधिकार होता है, किसी पार्टी या किसी व्यक्ति का नहीं. इसलिए उस टीके के सर्टिफिकेट पर राष्ट्रपति की ही तस्वीर होनी चाहिए. एनडीए की मोदी सरकार पूरी तरह से तानाशाही हो गई है. तानाशाही रुख अपनाते हुए उन्होंने टीके के सर्टिफिकेट पर अपनी तस्वीर लगा दी है.
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''जीतन राम मांझी ने जो भी सवाल किए हैं, वह ठीक है. जब सर्टिफिकेट पर पीएम की तस्वीर है, तो डेथ सर्टिफिकेट पर भी उनकी तस्वीर होनी चाहिए. यदि अच्छे कामों के लिए पीएम ताली ले रहे हैं, तो बुरे काम के लिए गाली भी वही लें.''- मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता राजद
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जीतन राम मांझी ने जो सवाल खड़े किए हैं. वह किससे कर रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार के इशारों पर यदि जीतन राम मांझी सवाल खड़ा कर रहे हैं. इसका मतलब आप सभी का बीजेपी के साथ मन डोल रहा है. यदि आप सचमुच में तानाशाही के खिलाफ हैं. जनता के हित की आवाज उठाना चाहते हैं, तो आप सत्ता को छोड़ बाहर निकलिए. नहीं तो जनता यही समझेगी कि आप सिर्फ खबरों में बने रहने के लिए इस तरह के सवाल खड़ा कर रहे हैं.
राजेश राठौर, प्रवक्ता कांग्रेस
मांझी के साथ कांग्रेस का हाथ
वहीं, जीतन राम मांझी के ट्वीट पर कांग्रेस ने भी समर्थन किया है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ठीक कह रहे हैं, कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम के बदले महामहिम राष्ट्रपति की तस्वीर होनी चाहिए या फिर कोरोना वैक्सीन की खोज करने वाले साइंटिस्ट या महात्मा गांधी की तस्वीर होना चाहिए.
''प्रधानमंत्री खुद बोलते हैं कि राज्य अपने संसाधन से वैक्सीन खरीदें. जब राज्य सरकार वैक्सीन खरीद रही हैं, तो राज्य के मुख्यमंत्री की ही तस्वीर सर्टिफिकेट पर होनी चाहिए. अब जबकि सर्टिफिकेट पर आपकी तस्वीर है, तो इस महामारी में लाखों लोगों की जो मृत्यु हुई है. उनके डेथ सर्टिफिकेट पर भी आपकी ही तस्वीर होनी चाहिए, तभी न्याय संगत होगा.''-राजेश राठौर, प्रवक्ता कांग्रेस
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बता दें कि कोरोना टीका सर्टिफिकेट पर चेहरे को लेकर घमासान जारी है. विपक्षी दल लगातार चेहरे पर सवाल खड़े कर रहे हैं. अब जीतन राम मांझी ने भी लगातार सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है. अब देखने वाली बात ये होगी कि जिस तरह से विपक्ष जीतन राम मांझी के बयानों का समर्थन कर रहा है, ऐसे में अब जदयू और बीजेपी की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है.