बिहार विधानसभा चुनाव में अपराध पर नीतीश-तेजस्वी आमने सामने क्यों?, जानें वजह
चुनावी सभा में एक तरफ नीतीश कुमार लालू यादव के कार्यकाल का जिक्र कर रहे हैं तो दूसरी तरफ तेजस्वी यादव मौजूदा वक्त में बढ़ते अपराध की बात कह नीतीश कुमार को घेरने में लगे हुए हैं.
पुलिस मुख्यालय
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Published : Oct 24, 2020, 7:55 PM IST
पटना:बिहार विधानसभा चुनाव में रोजगार, किसानों की समस्या के बीच अपराध पर आरोपों की राजनीति हो रही है. राज्य के सीएम नीतीश कुमार से लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तक चुनावी सभा में अपराध का जिक्र कर एक-दूसरे पर आरोपों की 'बौछार' कर रहे हैं.पुलिसमुख्यालय के आंकड़ों के अनुसार 2005 की तुलना में 2020 में अपराध में तेजी से वृद्धि हुई है.
सीएम नीतीश कुमार ने चुनावी सभा के दौरान लगातार आरजेडी के शासनकाल को जंगलराज बताने में जुटे हैं. प्रत्येक चुनावी सभा में आरजेडी की 15 साल की स्थिति क्या थी यह किसी से छिपी नहीं है का जिक्र कर रहे हैं. बिहार अपराध के मामले में 23 वें स्थान पर है.
अपराध की जानकारी देते CID के ADG विनय कुमार
'3 सी' तर्ज पर चली नीतीश सरकार बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब 2005 में सरकार में आए थे. तब उस समय उन्होंने 3 सी यानी क्राइम, करप्सन और कम्युनलिस्म से कोई समझौता नहीं करेंगे. इसका उन्होंने नारा भी दिया था. बिहार में उन दिनों बढ़ रहे अपराध की घटनाओं पर लगाम लगाने को लेकर अपराधियों को धर दबोचा भी जा रहा था.
अपराध का मामले बढ़े पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के अनुसार 2005 की तुलना में 2020 के कुछ अपराधिक मामलों में वृद्धि हुई है तो कुछ मामलों में गिरावट भी दर्ज किए गए हैं. हालांकि राजद के शासनकाल में जिस तरह से अपराधियों का बोलबाला हुआ करता था, उसमें भारी गिरावट देखने को मिली है. राजद के शासनकाल में अक्सर किडनैपिंग, रंगदारी, लूट जैसी वारदात आम बात थी. ऐसी घटनाओं में भारी गिरावट हुई है.
साल
2005
2019
हत्या
3423
03138
डकैती
1191
00391
रॉबरी
2379
02399
चोरी
11809
04599
किडनैपिंग
2226
10925
बैंक डकैटी
0026
00012
दुष्कर्म
0973
01450
अपराध के मामले में सफाई क्यों ? सवाल यह उठ रहा है कि 'सुशासन बाबू' को अपराध के मामले में क्यों सफाई देनी पड़ रही है? क्योंकि बिहार में इन दिनों लगातार लूट, चोरी, हत्या, डकैती जैसी वारदात को अपराधी आसानी से अंजाम दे रहे हैं. पिछले एक महीने में राजधानी पटना में 40 से ज्यादा चोरी की घटनाएं हुई हैं. बिहार के अन्य जिलों को छोड़िए राजधानी पटना मैं अपराधियों का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि दिनदहाड़े कार्बाइन से गोली चलाने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं.
बिहार पुलिस
अपराध का मुख्य कारण जनसंख्या बीजेपी प्रवक्ता और पूर्व विधायक संजय टाइगर ने कहा कि विपक्ष जो आरोप लगा रहा वह बेबुनियाद है. क्या लालू राबड़ी के शासनकाल को आरजेडी भूल गई है. दिन के उजाले में भी आम जनता घर से निकलने से परहेज करते थे.पुलिस मुख्यालय के एडीजी सीआईडी विनय कुमार की माने तो आंकड़ों के अनुसार कुछ अपराधिक मामलों में वृद्धि हुई है. इसका कारण जनसंख्या में वृद्धि, सड़कों का चौड़ीकरण है तो वहीं कुछ मामलों में भारी गिरावट पिछले 15 सालों की तुलना में आई है.