पटना: जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया है. प्रशांत किशोर ने कहा की जो लोग सत्ता में रहते हैं, वह एजेंसियों का दुरुपयोग करते हैं. जिसका नतीजा है कि बीते दिनों आप पार्टी के सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया. इससे प्रतीत होता है कि बीजेपी पार्टी में जो भी नेता रहते हैं, वह साफ सुथरा छवि के रहते हैं. उसे पर कोई रेड नहीं होती है.
ये भी पढ़ें- JP Nadda Bihar Visit : 'अब किसी को कंधे पर नहीं बैठाएंगे'.. पटना में गरजे नड्डा- 'भ्रष्ट सरकारों को गुडबाय कहने का समय आ गया'
'जांच एजेंसियों की ऐसी कार्रवाई पहले भी होती रहीं' : बीते दिनों दिल्ली की नई शराब नीति में कथित घोटाला के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा एक्शन लिया है. ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को अरेस्ट कर लिया है. इस मामले पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को कहा कि ''जो लोग भी सत्ता में रहते हैं वो इन एजेंसियों, संस्थाओं का दुरुपयोग कम या ज्यादा करते ही हैं. देश ने पहले भी ये देखा है कांग्रेस के जमाने में भी लोगों ने देखा है. दूसरी बात कि जो गठबंधन की सरकार रही है उस दौरान भी देखा है और वही आज भी देख रहे हैं.''
''जो आदमी सत्ता में रहता है वो कहने के लिए कुछ भी कह ले, वो इन संस्थाओं का दुरुपयोग अपने राजनीतिक और व्यक्तिगत लाभ के लिए करता है. देश में एक छवि ऐसी बनती जा रही है कि अगर आप भाजपा के साथ नहीं हैं तो आप पर रेड पड़ेगी. आपको परेशान किया जाएगा. आप कल तक जिसको चोर बता रहे थे और ईडी रेड कर रही है, वही आदमी कल भाजपा में शामिल हो रहा है तो उस पर सारी कार्रवाई रुक जाती है.'' - प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जनसुराज
'बीजेपी में शामिल होते ही 'चोर' पाक साफ': प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जनता को इससे दिक्कत नहीं है कि रेड कहां और किसके यहां हुई है. जनता को दिक्कत इस बात से है कि वही आदमी जब भाजपा के साथ जुड़ जाता है तो रेड बंद हो जाती है. अगर समान तरीके से किसी भी दल में, आपको अगर, आपने गलत किया है तो एजेंसी आपकी जांच करनी चाहिए. आप पर करवाई होनी चाहिए है. लोगों को इससे दिक्कत नहीं बल्कि खुशी ही होगी.
''दिक्कत इस बात से है कि जिस आदमी को आप कल तक चोर बता रहे हैं जिसपर ईडी रेड कर रही है, वही आदमी कल भाजपा में शामिल हो रहा है तो उस पर सारी कार्रवाई रुक जाती है. इससे कहीं न कहीं शक पैदा होता है कि इन एजेंसियों का प्रयोग सिर्फ अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी के खिलाफ हो रहा है.''- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जनसुराज