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NDA और महागठबंधन में वार-पलटवार तेज, शिवानंद तिवारी ने सरकार से पूछे ये सवाल - जदयू बिहार

शिवानंद तिवारी के ट्वीट के बाद बीजेपी प्रवक्ता विवेकानंद पासवान राजद पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण काल मे राज्य और केंद्र ने जिस तरह से गरीबों के लेकर काम किया है. उससे विपक्ष घबरा गया है.

बिहार विधानसभा चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव

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Published : Jul 6, 2020, 3:39 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो रही है. इसी क्रम में राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर ट्वीट कर निशाना साधा है.अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार के अनुसार बिहार की आबादी 12 करोड़ है. जिसमें से सरकार ने कुल 9 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज का वितरण किया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

शिवानंद तिवारी ने सरकार नीतीश सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि सरकार के अनुसार 12 करोड़ की आबादी में से 9 करोड़ को तो मुफ्त में आनाज दिया जा रहा है. तो क्या बिहार में महज 3 करोड़ लोग ही अपने बलबूते से पल रहे हैं. नीतीश सरकार के शासन काल के 15 साल हो चुकें हैं. सरकार को जवाब देना चाहिए कि इतने साल के शासन काल में लोग गरीबी रेखा से ऊपर क्यों नहीं उठ पाए.

भाजपा नेता ने किया पलटवार
शिवानंद तिवारी के ट्वीट के बाद बीजेपी प्रवक्ता विवेकानंद पासवान राजद पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण काल मे राज्य और केंद्र ने जिस तरह से गरीबों के लेकर काम किया है. उससे विपक्ष घबरा गया है. इस संकट काल में राज्य सरकार ने विभिन्न जाती-धर्म के लोगों के लिए हर तरह से सहायता की है.

भाजपा नेता ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि बिहार में जरूरतमंदों का राशन कार्ड वितरित किया जा रहा है. बचे हुए लाभुकों के लिए भी तेजी से राशन कार्ड बनाया जा रहा है. सरकार लोगों की मदद कर रही है. विपक्ष केवल बयानबाजी कर रही है. आगामी विधानसभा चुनाव के नतीजों को विपक्ष पहले से ही जान गई है. जिस वजह से राजद घबराकर सरकार के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी कर रही है.

इसी साल विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव को लेकर सभी दल अपने स्तर से तैयारी कर रही है. एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में जमकर राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है. एक ओर जहां एनडीए के घटक दल सत्ता में वापसी के लिए कार्यकर्ताओं से डिजिटली बातचीत कर रहे हैं.

वहीं, महागठबंधन के घटक दल भी कभी अलग-अलग तो कभी एक साथ बैठकर चुनावी चर्चा कर रहे हैं. हालंकि, इसी बीच राजद और महागठबंधन में टूट की अटकले भी लगातार सामने आती रही. चूंकि चुनाव में अब चंद महीने ही बचे हुए हैं. इस वजह से इस कोरोना संकट काल में कोई दल चुनाव में किसी तरह की कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.

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