पटना:राज्य सरकार की ओर 50 साल के ऊपर के कर्मचारियों के रिटायरमेंट के निर्णय का विरोध शुरू हो गया है. एक तरफ जहां विपक्ष सरकार पर सवाल खड़ा कर रहा है तो वहीं पुलिस मेंस एसोसिएशन ने भी राज्य सरकार के निर्णय पर आपत्ति जता दी है. पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जबरन 50 साल के ऊपर के पुलिसकर्मी या सरकारी कर्मचारी को सेवा निवृत करने का निर्णय सामूहिक जनसंहार के समान है.
सरकार के निर्णय का विरोध
अध्यक्ष ने पुलिस मेंस एसोसिएशन की तरफ से सरकार के निर्णय का विरोध करते हुए कहा गया है कि जरूरत पड़ेगी तो हम सड़क पर उतरेंगे. इस निर्णय का विरोध करेंगे और पुलिस विभाग में इस निर्णय को किसी भी शर्त पर हम लागू नहीं होने देंगे.
'50 साल की उम्र में पुलिसकर्मी या कोई भी सरकारी कर्मचारी के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी होती है. सरकार की ओर से लिया गया निर्णय सरकारी कर्मचारी को मौत के मुंह में धकेलने जैसा है.'- नरेंद्र कुमार धीरज, अध्यक्ष, पुलिस मेंस एसोसिएशन
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रिटायरमेंट को लेकर विरोध
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस विभाग में उसी की नियुक्ति होती है जो मेडिकल और फिजिकल टेस्ट पास किया होता है. ड्यूटी के दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो जाते हैं.जिस वजह से पुलिस विभाग में विभिन्न तरह से उन से ड्यूटी लेने का प्रावधान है. सरकार ने जो निर्णय लिया है कि जो फिजिकली 50 साल के ऊपर के कर्मचारी योग्य नहीं पाए जाएंगे उन्हें रिटायर किया जाएगा या कहीं से भी सही नहीं है. पुलिस मैन सिरोसिस का विरोध कर रही है और जोधपुरी तो आंदोलन भी करेगी.