पटना: पुलिस मुख्यालय ने मापदंड पर खरा नहीं उतरने वाले पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई की है. जिनमें 39 जिला पुलिस और चार रेल जिला में तैनात 379 थानेदारों व अंचल निरीक्षकों को हटा दिया गया है. हटाए गए पुलिसकर्मियों में 89 पुलिस इंस्पेक्टर, 208 एएसआई, 82 सीआई बताए जा रहे हैं. हटाए गए पुलिसकर्मियों में रोहतास और भोजपुर जिले के पुलिसकर्मी बताए गए हैं. दोनों जिलों से 27-27 थानेदारों और अंचल निरीक्षकों की पटना पुलिस मुख्यालय ने छुट्टी कर दी है.
कड़ी आपत्ति जताई गई
हालांकि इस मामले में पटना पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि पटना पुलिस मुख्यालय द्वारा किया गया यह कार्य काफी निंदनीय है. पुलिस मुख्यालय बिहार पुलिस के अधिकारियों के मनोबल और सामाजिक इज्जत के साथ खिलवाड़ कर रहा है, गलती उन्हीं से होती है जो अपना काम पूरी जिम्मेदारी से करते हैं.
कार्रवाई पर पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार का बयान पुलिस मुख्यालय विचार करे
मृत्युंजय कुमार ने कहा कि मुख्यालय द्वारा की गई कार्रवाई उचित नहीं है. उनका कहना है कि पटना पुलिस के अधिकारी अगर कुछ गलती करते हैं, तो उससे ज्यादा सराहनीय काम करते हैं. उनके सराहनीय कार्यों को नजरअंदाज कर जिस तरह से दागी बताया जा रहा है, उससे पूरी तरह से पुलिसकर्मियों के मनोबल और सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस लगा है. साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय अपने इस कदम पर विचार करे.
पुलिसकर्मियों को करना होगा बहाल
मृत्युंजय ने दावा किया है कि. पुलिस मुख्यालय ने जिन पुलिसकर्मियों को दागी बताकर हटाया है, आने वाले दिनों में पटना इन पुलिसकर्मियों की पुनः बहाली हो. उनका कहना है कि बढ़ते हुए अपराध पर अंकुश लगाने में यही पुलिसकर्मी सक्षम हैं, जिन्हें दागी बता कर हटा दिया गया है.
दूसरे नंबर पर पटना
मुख्यालय की ओर से हटाए गए पुलिसकर्मियों के मामले में पटना जिला दूसरे नंबर पर रहा. यहां 11 पुलिस इंस्पेक्टर और 6 एसआई के साथ-साथ दो सीआई पर मुख्यालय की गाज गिरी. वहीं अगर चार रेल जिलों की बात करें, तो पटना पहले नंबर पर रहा है. यहां से 10 थानेदार और सीआई को हटाया गया है. इनमें एक पुलिस इंस्पेक्टर 5 एसआई और चार सीआई बताए जा रहे है.