पटना/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश में बढ़ते कोरोनावायरस और जारी वैक्सीनेशन अभियान के बीच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे. पीएम मोदी ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस महामारी की उभरती हुई दूसरी पीक पर तुरंत लगाम लगाने की जरूरत है.
बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना को लेकर बिहार सरकार पूरी तरह गंभीर है. लेकिन यहां स्कूल-कॉलेज बंद नहीं होंगे. होली के कार्यक्रमों पर जरूर सरकार ने रोक लगाने का फैसला किया है.
दरअसल, राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर जांच की रफ्तार तेज कर दी ही. बिहार के सभी जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है और नए नियमों के तहत बिना मास्क के अस्पतालों में प्रवेश नहीं मिलेगा.
बता दें कि कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर बाहर से आने वाले लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है. महाराष्ट्र और पंजाब से आने वाले विमान के यात्रियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया जाएगा. इस जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम एयरपोर्ट पर ही जांच के लिए तैनात रहेगी. अगर किसी यात्री के पास कोरोना निगेटिव होने का प्रमाण पत्र है तो उसके साथ जांच की बाध्यता नहीं होगी.
इससे पहले, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों को अहम संदेश दिया और कहा कि छोटे शहरों में कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकना जरूरी है. इसके लिए छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाना होगा.
उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को एक साल से ज्यादा हो रहा है. भारत के लोगों ने कोरोना का जिस प्रकार सामना हो रहा है, उसे लोग उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हैं. आज देश में 96 प्रतिशत से ज्यादा मामले रिकवर हो चुके हैं. मृत्यु दर में भी भारत सबसे कम दर वाले देशों में है.
पीएम मोदी ने राज्यों को दिए ये पांच मंत्र:
1. 'दवाई भी और कड़ाई भी' का पालन करना होगा.