पटना: राजधानी पटना (Patna) में 26 करोड़ की लागत से कई चौक चौराहों पर ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल (Automatic Traffic Signal) लगाए गए थे. जिनका कंट्रोल रूम (Control Room) डायल 100 के कार्यालय के पास में बनाया गया था. ये ट्रैफिक सिग्नल कुछ समय तक बेहतर ढंग से काम करते नजर आए, लेकिन उसके बाद मेंटेनेंस के अभाव में ये सिग्नल बंद होने लगे. आज चौक चौराहों पर लगे ये ट्रैफिक सिग्नल हाथी के दांत बने हुए हैं.
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दरअसल, 24 फरवरी 2016 को पटना में ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिस्टम का लोकार्पण तो जरूर किया गया, लेकिन निजी एजेंसी के साथ दिसंबर 2018 में कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो जाने के कारण इनका रखरखाव और मेंटेनेंस नहीं हो सका है. जिसके कारण कई चौराहों के सिग्नल खराब पड़े हैं.
पटना में कुछ ही जगहों पर ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल काम कर रहे हैं. इनमें से भी कई ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल की लाइटें टूटी हुई हैं. पटना के डाकबंगला चौराहे के ट्रैफिक सेक्टर प्रभारी रंजीत कुमार ने कहा कि पटना के डाकबंगला चौराहे पर लगे ट्रैफिक सिग्नल के कई लाइटें पिछली आंधी में टूट गई थी. जिसे लेकर पटना ट्रैफिक पुलिस के कई वरीय अधिकारियों को पत्र भी लिखा गया है. बावजूद इसके टूटे हुए ट्रैफिक सिग्नल की मरम्मत नहीं की जा रही है.