पटनाः राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर दो अक्टूबर 2022 से लगभग तीन हजार किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले हैं. जनसामान्य से घर-घर जाकर मुलाकात कर रहे हैं. 5 मई तक 216 दिन में 7 जिलों और ढाई हजार से अधिक गांवों की पदयात्रा कर चुके हैं. 15 से 20 किलोमीटर प्रतिदिन पदयात्रा करते हैं. इस दौरान पीके को लोगों का साथ मिल रहा है. दो निर्दलीय एमएलसी उनसे जुड़ चुके हैं. अब दो मई को छह आईएएस भी उनसे जुड़ चुके हैं. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि आनेवाले चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के लिए मुश्किल खड़ा कर सकते हैं.
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लोकसभा चुनाव में होगा ट्रायलः 2024 लोकसभा चुनाव में जन सुराज के समर्थन से चुनाव लड़ सकते हैं. सच्चिदानंद राय ने संकेत भी दिए हैं. 15 से 20 सीटों पर जन सुराज समर्थित उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं, उसकी तैयारी चल रही है. प्रशांत किशोर ने भी वैशाली में बयान दिया था कि अच्छा उम्मीदवार मिला तो समर्थन कर सकते हैं. प्रशांत किशोर के साथ 200 से अधिक प्रोफेशनल जिसमें पूर्व आईएएस आईपीएस अधिकारी हैं. प्रशांत किशोर के साथ बड़ी टीम काम कर रही है और इसलिए उनकी नजर 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी है.
जनसभा में उठाते गंभीर मुद्देः प्रशांत किशोर के नजदीकियों का यह भी कहना है कि 2024 लोकसभा चुनाव तक पूरे राज्य की पदयात्रा नहीं हो पाएगी, ऐसे में दल बनाने की संभावना कम है. उनकी तैयारी 2025 विधानसभा की हो रही है. लेकिन लोकसभा चुनाव में अच्छे उम्मीदवारों का समर्थन कर लोगों के मूड को देख सकते हैं. प्रशांत किशोर लोगों के मुद्दे उठाते हैं और लोगों से यह भी कहते हैं कि आपने सबको मौका दिया है इसलिए जन सुराज को भी एक मौका दीजिए. प्रशांत किशोर यात्रा के दौरान गांव में जनसभा करते हैं और महंगाई बेरोजगारी लोगों से जुड़े मुद्दे उठाते हैं. बिहार के गांव से हो रहे लोगों के पलायन पर लालू नीतीश और मोदी तक पर निशाना साधते हैं.