पटना: लंबित पड़े मामले में कौन अर्जेंट है, इसको तय करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अलग से एक या दो बेंच में सुनवाई होगी. बीसीआई अध्यक्ष ने स्पष्ट लहजे में कहा कि कोर्ट में मुकदमे की फिजिकल सुनवाई का कोई ठोस विकल्प नहीं हो सकता. सुप्रीम कोर्ट के पूरे तौर पर फिजिकल होने के बाद हाईकोर्ट में भी पूरी तौर पर फिजिकल सुनवाई शुरू होने की संभावना है.
बीसीआई अध्यक्ष मनन मिश्रा की चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के साथ वार्ता हुई है. जिसके बाद 3 से 4 सप्ताह में सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल शुरू होने की संभावना जगी है.चीफ जस्टिस आफ इंडिया ने आश्वस्त किया कि कुछ मेडिकल और टेक्निकल अड़चनों को जल्द ही खत्म करने के बाद सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल सुनवाई होगी.