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Phulwari Sharif Module: अब बिहार ATS करेगी जांच, पटना SSP के अनुरोध पर सौंपा केस - गजवा ए हिंद ग्रुप

फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल की जांच अब बिहार ATS को सौंपी गई है. पुलिस मुख्यालय ने पटना एसएसपी के अनुरोध को स्वीकार कर जांच का जिम्मा एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड को सौंपा है. गिरफ्तार 8 संदिग्धों से लगभग सभी एजेंसियों ने पूछताछ की है. पढ़ें पूरी खबर-

Phulwari Sharif Module
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Published : Jul 21, 2022, 6:45 PM IST

पटना : बिहार में फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल प्रकरण में मरगूब उर्फ ताहिर से पूछताछ पूरी हो चुकी है. ताहिर से पटना पुलिस, ATS, NIA, IB और RAW ने पूछताछ की है. आपको बता दें कि पिछले 48 घंटे रिमांड के दौरान पटना पुलिस समेत सभी जांच एजेंसियों ने अलग अलग तरीके से ताहिर से पूछताछ की. ताहिर से ATS कार्यालय में ही पूरी पूछताछ हुई है. जिसके बाद पटना पुलिस ने मेडिकल जांच करवाकर ताहिर को कोर्ट के समक्ष पेश किया और कोर्ट में पेशी के बाद उसे वापस बेऊर जेल पहुंचाया गया.

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बिहार ATS करेगी जांच: हालांकि मिल रही जानकारी के अनुसार जरूरत पड़ने पर केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा से ताहिर को फिर से रिमांड पर लिया जा सकता है. फुलवारी शरीफ मॉड्यूल से जुड़े केस का अनुसंधान भी अब ATS करेगी. पटना SSP के अनुरोध पर पुलिस मुख्यालय ने फुलवारी शरीफ मॉड्यूल केस भी ATS को सौंप दिया है. आपको बता दें कि अब तक सिर्फ मरगूब उर्फ ताहिर के केस का ATS ने अपने स्तर से अनुसंधान किया था.

पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने लिखा था पत्र: बताया जा रहा है कि इस पत्र में पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो (Patna SSP Manavjit Singh Dhillon) ने एडीजी मुख्यालय जीतेन्द्र सिंह गंगवार को चिठ्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने अनुरोध किया था कि पीएफआई से जुड़े संदिग्धों और गजवा ए हिंद ग्रुप से जुड़े मामलों की जांच एटीएस ही करे. वहीं, एटीएस, आईबी और एनआईए इस जांच में सहयोग कर रही है. दरअसल, बिहार पुलिस ने पाया था कि पीएफआई सदस्यों के प्रतिबंधित संगठन सिमी से संबंध थे. बिहार पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और इस मामले में करीब 26 संदिग्धों की पहचान की है.

अन्य राज्यों से भी खंगाला जा रहा लिंक: अतहर, अरमान अली और उसके साथियों से जुड़े केस का अनुसंधान भी अब ATS अपने स्तर से करेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले को एटीएस के लेने के बाद परत दर परत खुलासा होगा. इससे जुड़े सभी आरोपी को ATS गिरफ्तार करेगी. हालांकि फुलवारी मॉड्यूल केंद्रीय जांच एजेंसी आईबी, एनआईए अपने स्तर से जांच कर रही है. इसका लिंक अन्य राज्यों से भी खंगाला जा रहा है.

फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल: 26 संदिग्धों की पहचान के बाद पटना पुलिस ने अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को फुलवारी शरीफ इलाके से गिरफ्तार किया था. उनके कहने पर तीन और संदिग्ध मरगूब दानिश, अरमान मलील और शब्बीर को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक, वे कथित तौर पर एक मॉड्यूल चला रहे थे और मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहे थे. परवेज सिमी का सदस्य बताया जाता है और युवाओं को ट्रेनिंग देता था. परवेज के भाई मंजर आलम को पटना के गांधी मैदान बम विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था जो 2013 में मोदी की हुंकार रैली के दौरान हुआ था.

साजिश को डिकोड करने में जुटी एजेंसियां: जांच एजेंसियां के दौरा पकड़े गए संदिग्धों से कब और कहां, क्या करने की थी साजिश इससे जुड़े कोडवर्ड को डिकोड करने की लगातार कोशिश की जा रही है. पाकिस्तानी आकाओं को लेकर भी ताहिर से अबतक कई सवाल किये जा चुके हैं. गजवा ए हिन्द वाट्सएप ग्रुप में जुड़े पाकिस्तानी नागरिक फैजान को लेकर भी सभी जांच एजेंसियों ने अपने अपने तरीके से सवाल किया गया है. यही नहीं दोनों ही वाट्सएप ग्रुप में भेजे गए भारत विरोधी संदेशों को लेकर भी कई सवाल सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने मरगूब उर्फ ताहिर से किया है. आपको बात दें कि ताहिर से पूछताछ का दौर आज शाम तक जारी रहेगा. क्योंकि, आज शाम तक ताहिर पुलिस रिमांड पर है.

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