पटना: लॉकडाउन के दौरान सभी व्यवसाय ठप हो गए. दुकानों पर ताला लटका नजर आया. ऐसे में दूसरों की जिंदगी के खूबसूरत लम्हों को तस्वीरों में कैद कर उन्हें यादगार बनाने वाले फोटोग्राफर भी घरों में कैद हो गए. उनके स्टूडियो पर ताला लटका गया. शादी की तेज लग्नों में उन्हें, जो बुकिंग मिली थीं. सभी रद्द हो गई. ए़डवांस में मिले रुपयों का हिसाब और अपने स्टूडियो में काम करने वाले कर्मियों की सैलरी का इंतजाम, इनकी मुसीबतें और बढ़ा रहा है.
फोटोग्राफर बताते हैं कि अप्रैल में शादी की लग्ने तेज थीं. वीडियोग्राफी के लिए अच्छी बुकिंग भी मिली थी. फोटो खिंचवाने वाले भी आते थे. लेकिन कोरोना संक्रण के रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन ने जहां मैरिज फक्शन रुकवा दिए. वहीं, इनकी इस जीविका पर भी लॉक लग गया. बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि फोटोग्राफरों की स्थिति दयनीय हो चली है. उनकी जीविका पर कोरोना नाम की बीमारी ने ग्रहण लगा दिया है. पटना के सभी स्टूडियो बंद हैं. हमने लॉकडाउन का पालन किया है.
स्टॉफ को किसी तरह दे रहे सैलरी
पटना के अनूप स्टूडियो के मालिक अनूप बताते हैं कि आर्थिक संकट आन पड़ा है. लिहाजा, उन्होंने अपने यहां रखे स्टॉफ में कुछ लोगों को निकाल दिया है और कुछ को आधा वेतन देकर मदद कर रहे हैं. वो कहते हैं कि ऐसी ही स्थिति रही तो आगे ये मदद भी रुक जाएगी.