पटना: बिहार सरकार के उम्मीदों पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग एक्टिव दिख रही है. वहीं, दूसरी तरफ विभाग के मंत्री से लेकर अधिकारी तक भी बिहार सरकार की योजनाओं को समय पर पूरा कराने के लिए लगातार बैठक भी कर रही है. मुख्यमंत्री नल जल योजना पार्ट 2 में पानी की बर्बादी रोकने के लिए मशीनें लगाई जाएंगी. पीएचईडी ने कई वार्डों में ऑटोमेटिक लेवल कंट्रोल को लगाने का निर्णय लिया है ताकि टंकी में पानी भरने और खाली होने पर मोटर अपने ही समय से बंद हो जाए. विभाग ने इस सेंसर को लगाने के लिए सभी ठेकेदारों को दिशा निर्देश दिया है.
पानी की क्वालिटी की होगी जांच
हर घर नल-जल योजना के तहत बोरिंग पाइप लाइन की डिजाइन रखरखाव में भी ध्यान दिया जाएगा, ताकि लोगों को हर मौसम में पानी मिल सके. पानी की क्वालिटी और फ्लो मीटर सालों तक एक समान रहे. इसको लेकर बोरिंग लगाई जा रही है. बोरिंग के पानी की क्वालिटी रिपोर्ट विभाग को अलग से भेजी जाएगी. जब विभाग से अनुमति मिल जाती है तो इंजीनियर स्थल निरीक्षण करने के बाद ही बोरिंग कराया जाता है.
पंप में लगाया जाएगा फ्लो मीटर
बता दें कि जल बर्बादी को रोकने के लिए नल जल आपूर्ति योजना के तहत सभी पंप में फ्लो मीटर लगाया जाएगा. इस योजना के तहत पानी की धार को देखा जाएगा. किसी भी वार्ड या घर में योजना में निर्धारित फ्लो से कम पानी पहुंचेगा तो सेंसर काम करेगा. इसके बाद मीटर में पानी का फ्लो शो करने लगेगा, और इसकी निगरानी के लिए अधिकारी ऐप के जरिए देखते रहेंगे. विभाग के मुताबिक इसे ठीक नहीं करने पर मोटर पर भी असर पड़ेगा. इसलिए इसे तुरंत ठीक करवाया जाएगा और पानी का फ्लो हमेशा एक बराबर बना रहे.