पटना: जिले के सैदपुर में शहर से पानी निकासी का सबसे प्रमुख नाला है. राजधानी में जल जमाव से निपटने के लिए नगर विकास विभाग की ओर से बुडको नाले का पुनर्निर्माण कार्य कर रहा है. लेकिन नाला पुनर्निर्माण काम की धीमी गति सवालों के घेरे में है. जब भी बारिश शुरू होती है, तो यहां के लोगों को जलजमाव की चिंता सताने लगती है. वहीं, स्थानीय लोगों ने कहा कि नाला निर्माण का कार्य जिस गति से चल रहा है. उसे देखकर नहीं लगता है कि समय से काम पूरा हो जाएगा. यदि बारिश तेज हो गई, तो भगवान ही हमें बचा सकते हैं.
20 दिनों तक लगा रहा पानी
पिछले साल की तरह इस साल भी शहर में जल जमाव की स्थिति बरकरार न हो इसके लिए नगर निगम ने सभी बड़े नालों की सफाई कर चुका है और छोटे नालों की सफाई अभी चल रही है. पिछले साल राजेन्द्र नगर के सैदपुर इलाकों में सबसे अधिक जल जमाव हुआ था. लगभग 20 दिनों तक पानी लगा रहा. जिससे लोग काफी परेशान हुए थे. लोग अपने घरों को छोड़कर दूसरे के घरों में रहने को मजबूत हुए थे. इस बार इन इलाकों में जल जमाव न हो उसके लिए नगर विकास विभाग बूड़को के माध्यम से इन इलाकों में नाला निर्माण करवा रही है.
'अब हमें भगवान ही बचा सकते हैं'
लेकिन नाला निर्माण कार्य धीमी गति से चलने पर आशंकित स्थानीय लोगों में जलजमाव को लेकर काफी चिंता है. जब भी बारिश तेज शुरू होता है. तो लोग डर के साए में जीने को मजबूर हो जा रहे हैं. उन्हें लगने लगता है कि कहीं इस बार भी जल जमाव से उन्हें घर न छोड़ना पड़ जाए. स्थानीय लोगों की माने तो नाला निर्माण का कार्य पिछले कुछ महीनों से चल रहा है. फिर भी कार्य पूरा नहीं हो सका है. लोगों ने कहा कि इस बीच अगर बारिश तेज हुई, तो जल जमाव होना तय है. अब हमें सरकार पर भरोसा नहीं हैं. अब हमें भगवान ही बचा सकते हैं.
पटना के सैदपुर में हो रहा है नाला निर्माण कार्य सभी कामों को 30 जून तक कर लें पूरा- मंत्री
गौरतलब है कि पिछले साल हुए पटना में जल जमाव के अनेकों कारण थे, जिसमें सैदपुर नाले की सफाई नहीं होना भी मुख्य कारण रहा. इस साल पटना में जल जमाव न हो इसलिए नाला सफाई के साथ ही नाले का निर्माण भी करवाया जा रहा है. मॉनसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में नाला निर्माण की गति देखकर स्थानीय लोगों में चिंता बनी हुई है. हालांकि, नगर विकास मंत्री ने सभी नगर विकास नगर निगम और बुड़को के अधिकारियों को सभी कामों को 30 जून तक पूरा कर लेने का अल्टीमेटम दे रखा है. अब देखने वाली बात यह होगी कि मंत्री के अल्टीमेटम के बाद बुडको 30 जून तक नाला निर्माण कार्य पूरा कर पाता है या फिर विभाग समय और आगे बढ़ा देता है.