आसमान छू रहे पेट्रोल-डीजल के दाम: बोली पटना की जनता- 'उम्मीदों पर खरी नहीं उतर रही सरकार' - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
कोरोना संकट का सामना कर रहे लोगों के लिए बढ़ती महंगाई ने परेशानी बढ़ा दी है. लोगों ने कहा कि इस सरकार से हमें काफी उम्मीदें थी, लेकिन सरकार हमारी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रही है.
पेट्रोल पंप
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Published : Jun 12, 2021, 7:09 PM IST
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Updated : Jun 12, 2021, 7:58 PM IST
पटना: बढ़ती महंगाई ने कोरोना संकट (Corona Crisis) का सामना कर रहे लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. तेल के दाम आसमान छू रहे हैं. इसकी वजह से लोगों की जेब ढीली होने लगी है. पटना में पेट्रोल की कीमत 98.27 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
पटना के एक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल खरीदने आए लोगों से हमने बात की. बढ़ती महंगाई से लोग काफी नाराज दिखे. लोगों ने कहा कि इस सरकार से हम लोगों को काफी उम्मीदें थी, लेकिन सरकार हमारी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पा रही है. कोरोना ने पहले ही हालत खराब कर दिया था. ऊपर से अब महंगाई की मार सहनी पड़ रही है.
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सरकार से ऐसी उम्मीद न थी राहुल कुमार ने कहा, "मेरे पास दो गाड़ी है. एक डीजल और एक पेट्रोल इंजन वाली. अभी ज्यादातर डीजल इंजन वाली गाड़ी लेकर निकल रहा हूं. डीजल की कीमत थोड़ी कम है. अब तो सोच रहे हैं कि इलेक्ट्रिक वाहन इस्तेमाल करें. सरकार से ऐसी उम्मीद न थी. पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं."
नतीजा भुगत रहे हैं लोग योगेंद्र सिंह ने कहा, "पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमत लगातार बढ़ रही है. जनता को महंगाई की सजा भुगतनी पड़ रही है. लोग सरकार को वोट देने का नतीजा भुगत रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं. जनता के फायदे का कोई काम नहीं हो रहा है."
"बहुत परेशानी है. पेट्रोल और डीजल महंगा हो गया है. गरीब की सुध लेने वाला कोई नहीं है. लॉकडाउन में हमलोगों की हालत खराब हो गई थी. किसी ने नहीं पूछा. प्राइवेट जॉब कर रहा था वहां से भगा दिया गया. पेट्रोल इतना महंगा है कि बाइक निकालने की हिम्मत नहीं होती. जरूरी काम होता है तो 50-60 रुपए का पेट्रोल डालकर जाता हूं."- पप्पू कुमार