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पटना: 'कोरोना कमांडोज' के लिए राजधानी वासियों ने एकजुट होकर बजाई ताली और थाली

कोरोना को हराने के लिए पीएम मोदी के आह्वान पर बिहार की राजधानी पटना में लोगों ने एकजुट होकर पीएम की इस मुहिम का समर्थन किया. देर रात तक शोर में डूबे रहने वाले शहरों में जनता कर्फ्यू के दौरान खामोशी और विरानी छाई रही. वहीं, शाम को 5 बजे लोगों ने कोरोना कमांडोज के लिए ताली और घंटी बजाकर उनका अभिवादन किया.

कोरोना कमांडोज
कोरोना कमांडोज

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Published : Mar 22, 2020, 8:19 PM IST

पटना: कोरोना वायरस को हराने के लिए रविवार को पीएम मोदी के आह्वान पर पूरी राजधानी ने एकजुट होकर जनता कर्फ्यू का समर्थन किया. पीएम की अपील पर शाम 5 बजे कोरोना कर्मवीरों के लिए पूरे देश की जनता ने ताली, थाली और शंख बजाकर कोरोना कमांडोज को सलाम किया. इसको लेकर पटना के राजीव नगर रोड नंबर 14 और 17 में दिनभर अपने घरों में कैद रहने के बाद शाम को लोगों ने गगनचुंबी इमारतों से निकलकर अपने घरों की बालकनी और घरों के बाहर लोगों ने शंखनाद कर कोरोना को हराने का संकल्प लिया.

'कोरोना के खिलाफ एकजुट है देश'
इसको लेकर स्थानीय लोगों ने कहा कि हमलोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद जनता कर्फ्यू के समर्थन में पूरे दिन घर में बंद रहे. लोगों ने कहा कि पीएम मोदी देश के लिए कार्य कर रहे हैं. हम लोगों ने पीएम की अपील के बाद ताली-थाली बजाकर देश की सेवा में लगे लोगों का आभार भी व्यक्त किया. कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए आज पूरा हिन्दुस्तान पीएम मोदी के साथ एकजुट है. बता दें कि जनता कर्फ्यू का पालन करते हुए लोगों ने आज घरों में रहने की ठानी. कभी न थमने वाली राजधानी पटना की सड़कें सूनी नजर आई, बाजार में सन्नाटा पसरा दिखा. लोगों ने अपने घरों में बैठकर अपनी धैर्य का परिचय देकर कोरोना को हराने का अटल संकल्प दिखाया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

घंटी ध्वनि का सनातन घर्म में है अलग महत्व
बता दें कि पीएम मोदी ने रविवार की शाम 5 बजे लोगों से घंटी और ताली बजाने का आवाह्न किया था. पीएम की इस अपील के पीछे कई मायने हैं.धर्म के जानकारों की मानें तो सनातन धर्म में करतल ध्वनि का अलग महत्व है. इसलिए मंदिरों में सुबह शाम भगवान को भोग लगाने के दौरान करतल ध्वनि, घंटा ध्वनि और शंख ध्वनि बजाया जाता है. बताया जाता है कि जब घंटी बजाई जाती है तो वातावरण में एक कंपन पैदा होती है. यह कंपन वातावरण में काफी दूर तक जाती है. इस वजह से कंपन क्षेत्र में आने वाले सभी जीवाणु, विषाणु और सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं. करताल ध्वनि से आसपास के वातावरण शुद्ध हो जाता है.

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