पटना(मसौढ़ी):पटना के मसौढ़ी नगर परिषद (Masaurhi Municipal Council) कार्यालय पर मंगलवार को वार्ड 23, 24, 25 और 26 के रहने वाले ग्रामीणों ने जन समस्या को लेकर जमकर हंगामा किया. गुस्साए ग्रामीणों ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ जमकर हंगामा किया. इस दौरान महिलाएं कार्यपालक पदाधिकारी के चेंबर में घुस गयीं और हंगामा करने लगीं.
ये भी पढ़ें-प्रधानमंत्री आवास योजना: मसौढ़ी में जमीन दस्तावेज की कमी के कारण 955 लाभुकों का आवेदन रिजेक्ट
जानकारी के मुताबिक नगर परिषद के विभिन्न वार्डों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहला और दूसरा फेज का पैसा मिलने के बाद अभी विभिन्न किश्तों का पैसा बाकी है. जिसको लेकर बहुत से लोग पॉलिथीन टांग कर अपने घर में रहने को विवश हैं. कई ऐसे वार्ड हैं, जहां पर नल जल की आपूर्ति अभी तक नहीं हो पाई है. सडकें नहीं बन पाई है. विभिन्न मुद्दों को लेकर मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण नगर परिषद कार्यालय पर पहुंचे और हंगामा करना शुरू कर दिया.
महिलाएं कार्यपालक पदाधिकारी के चेंबर में घुस गईं और हंगामा करने लगीं. हंगामे के दौरान कार्यालय में लगे पर्दे भी टूट गये. हंगामा की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करवाया. वहीं कार्यपालक पदाधिकारी ने लोगों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही समस्याओं को जिला में रखा जाएगा.
वहीं पूर्व मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि शंभू प्रसाद ने नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी पर आरोप लगाया है कि बोर्ड की बैठक में कई तरह की योजनाओं को प्रस्ताव के द्वारा पारित किया गया था, बावजूद इसके कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा काम नहीं करवाया गया है. जिसको लेकर विभिन्न वार्डों में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं. कहीं जलापूर्ति की समस्या है तो कहीं सड़कें नहीं बनी हैं.
मसौढ़ी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नाथ यादव ने बताया कि नगर परिषद भंग हो चुका है. ऐसे में प्रशासक के बिना कई योजनाओं पर काम नहीं किया जा रहा है. मंगलवार को हुए हंगामे के बाद समस्याओं को लेकर एक आवेदन जिला में भेजा जा रहा है. वहां से जो आदेश आएगा उस पर काम किया जाएगा.
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP