पटना: जिले में कोरोना मरीजों की संख्यातेजी से बढ़ रही है. इसका असर अब सड़कों पर भी दिखने लगा है. पटना की अधिकांश सड़कें सुनसान दिख रही हैं. चाहे वह बेली रोड हो या बीरचन्द पटेल पथ या फिर अशोक राजपथ सभी जगह बहुत कम लोग नजर आ रहे हैं.
ये भी पढ़ें....ग्राउंड रिपोर्ट: श्मशान घाट पर 5 गुना शव, तीन गुना महंगा कफन, दोगुनी हुई लकड़ियां
'इस बार सरकार ने गरीबों के लिए कोई इंतज़ाम नहीं किया है. सड़क पर लोग नहीं आ रहे हैं. हमलोग सड़क पर ही कुछ- कुछ बेचकर अपना गुजारा करते थे, लेकिन कोरोना के कारण अब कुछ नहीं कर पा रहे हैं'. - रमेश कुमार, स्थानीय
कोरोना संकट के बीच सड़कें दिखी सुनसान 'कोलकाता में रैली हो रही है ,कोरोना वहां नहीं है लेकिन पटना में कोरोना है. पुलिस शाम में मार-पीटकर कर हमलोगों की दुकाने बंद करवाती है. जो की गलत है और इस बार सरकार की तरफ से किसी तरह की सहायता भी नहीं मिल रही है. जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है.- अख्तर, स्थानीय
कोरोना संकट के बीच सड़कें दिखी सुनसान ये भी पढ़ें....कटिहार : कोरोना गाइडलाइन की उड़ रही धज्जियां, अधिकारी माइक से कर रहे हैं अपील
भीड़भाड़ वाली सड़कें सुनसान
निश्चित तौर पर पटना में लोगों को कोरोना को लेकर काफी खौफ हो गया है. लोग सड़क पर कम निकलते हैं. यही कारण है कि प्रतिदिन सड़क पर कुछ बेचकर अपना पेट पालने वाले लोग काफी निराश हैं और सरकार को मदद करने की गुहार करते नजर आ रहें हैं.