पटना:कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बिहार में फैल रहा है. रोज 11-12 हजार नए संक्रमित मिल रहे हैं. पटना में भी संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. इसके चलते हर तरफ हाहाकार मचा है. अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहा है. जो मरीज भर्ती हैं उनके लिए भी ऑक्सीजनका खतरा मंडरा रहा है. ज्यादातर प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन का बैकअप नहीं है. लोग ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर इधर से उधर भटक रहे हैं. लोग खुद ऑक्सीजन प्लांट पहुंचकर रिफिलिंग करा रहे हैं.
यह भी पढ़ें-ऑक्सीजन की भीख मांगती इस मां के क्रंदन से अस्पताल में मचा हड़कंप
चौबीसों घंटे चल रहा काम
इसका जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम राजधानी पटना के बाईपास स्थित ऑक्सीजन प्लांट पहुंची. हमने देखा कि यहां काफी संख्या में लोग लाइन लगाकर खड़े थे. नंबर सिस्टम के आधार पर लोगों को प्रवेश दिया जा रहा था और उनके सिलेंडर की रिफिलिंग की जा रही थी. प्लांट के मैनेजर से कहा कि दिन-रात चौबीसों घंटे हमारे कर्मी ऑक्सीजन सिलेंडर भरने में लगे हैं. इस प्लांट की क्षमता 1800 सिलेंडर 1 दिन में भरने की है. करीब 1400-1500 सिलेंडर सरकारी अस्पतालों में जा रहा है. इसके बाद जो सिलेंडर बच रहे हैं वे निजी अस्पतालों में जा रहे हैं. जो लोग यहां प्लांट में आ रहे हैं उनके सिलेंडर को भी भरा जा रहा है.
मांग पूरा करना है मुश्किल
मैनेजर से कहा कि अचानक से इतनी अधिक मांग है कि इसे पूरा कर पाना मुश्किल हो रहा है. कभी-कभी लोग इतनी अधिक संख्या में आ जाते हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल हो जाता है. इसलिए यहां पुलिस बल की भी तैनाती की गई है. हम किसी को मना नहीं कर पा रहे क्योंकि समय ही ऐसा है कि हर किसी को ऑक्सीजन की आवश्यकता है.
ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने आए लोग. सुबह आठ बजे से लाइन में लगा था अब मिला ऑक्सीजन
ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने आए प्रवीण कुमार ने कहा "कल से ही ऑक्सीजन लेने के लिए परेशान थे. आज सुबह यहां पहुंचे हैं. सुबह 8 बजे से लाइन में लगे थे तब जाकर 3 बजे एक सिलेंडर रिफिल हो पाया. दूसरा सिलेंडर रिफिल होते-होते लगता है कि 4 बज जाएंगे. सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए ताकि जल्द से जल्द लोगों को आसानी से ऑक्सीजन मिल सके और अधिक से अधिक मरीजों की जान बच सके."
ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए लगी लाइन. निजी अस्पतालों में है ऑक्सीजन की अधिक परेशानी
गौरतलब है कि कई ऐसे भी लोग थे, जिनके मरीज अस्पताल में एडमिट हैं. ऑक्सीजन लेने के लिए पुरुष हो या महिला सभी सिलेंडर लेकर पहुंचे थे. हालांकि सरकार और जिला प्रशासन का दावा है कि अब ऑक्सीजन की समस्या उतनी अधिक नहीं है. हालांकि देखने को मिल रहा है कि ज्यादातर निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की काफी समस्या है. बैकअप ऑक्सीजन भी खत्म हो चुका है.
यह भी पढ़ें-कोरोना से त्राहिमाम के बीच बिहार सरकार की हाईलेवल मीटिंग, क्या नीतीश लेंगे बड़ा फैसला?