पटना: शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन विजयदशमी के मौके पर मां दुर्गा की प्रतिमा को जिले के भद्रघाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई. मां दुर्गा के जयकारा की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. वहीं भद्रघाट पर जिला प्रसाशन की ओर से मूर्ति विसर्जन को लेकर नाव की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतें हुई.
पटना: भद्रघाट पर मूर्ति विसर्जन में प्रशासनिक कुव्यवस्था से लोगों में दिखा आक्रोश
जिले के भद्रघाट पर जिला प्रसाशन की ओर से मूर्ति विसर्जन को लेकर नाव की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतें हुई. लोगों में इसको लेकर काफी गुस्सा भी देखा गया.
इस दौरान स्वयंसेवी संस्था की ओर से कोरोना काल को देखते हुए मूर्ति विसर्जन में आए सभी श्रद्धालुओं के बीच मास्क और सेनेटाइजर वितरण किया गया. कुछ जगहों पर प्रसाशन और दंडाधिकारी तैनात दिखे. वहीं घाट पर प्रशासनिक व्यवस्था के आभाव से लोगों ने आक्रोश दिखा. घाट पर तैनात दंडाधिकारी वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि इसबार प्रसाशन ने मूर्ति बैठाने की अनुमति नहीं दी थी. जिसकी वजह से प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई.
बंद होनी चाहिए चुनावी सभा
श्रद्धालुओं का कहना है कि दुर्गा पूजा में कोरोना को लेकर पाबंदियां लगाई गई. लोगों ने कहा कि कोरोना के कारण पूजा पंडाल में संक्रमण फैलने का डर है तो चुनावी सभा मे भी कोरोना हो सकता है. इसलिए पहले चुनावी सभा बन्द होनी चाहिए.