पटना: देश में एक तरफ जहां कोरोना के संकट से निपटने के लिए सरकार हर स्तर पर प्रयास कर रही है और गरीब या जरूरतमंदों को मदद करने की बात भी कह रही है. वहीं, सरकारी विभाग में कुछ लोग ऐसे भी बैठे हैं जो सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं.
घटिया क्वालिटी का चावल
दरअसल, जन वितरण प्रणाली के तहत घटिया क्वालिटी का चावल राशन दुकानों को सप्लाई करने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में जब ग्रामीणों ने हल्ला किया तब जाकर उससे संबधित विभाग हरकत में आया है. बता दें कि राजधानी पटना के बिहटा प्रखंड के अलग-अलग पंचायत के पीडीएस दुकान में चावल की सप्लाई हुई थी.
खराब क्वालिटी के चावल वितरण की शिकायत लोगों ने जमकर काटा बवाल
चावल की गाड़ी को देख उपभोक्ता राशन लेने के लिए पंहुच गए. वहीं, चावल की घटिया क्वालिटी को देख लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. उपभोक्ताओं का कहना था कि ऐसे चावल को खाने से न जाने कितनी बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं. चावल के दानों में फफूंद भी लगा है. यहां तक कि चावल में कीड़े भी हैं.
PDS डीलर की दुकान पर हुआ हंगामा डीलरों पर होगी कार्रवाई
बता दें कि सरकार चावल बनाने के लिए क्रांति किस्म धान मिलर्स को मुहैया कराती है. एक किलो चावल बनाने पर सरकार 20 से 22 रुपए खर्च करती है, लेकिन इसके बाद भी लोगों काे घटिया चावल मिल रहा हैं. सरकार ने भी इसको बदलने की बात कही और अगर कोई डीलर जानबूझकर दे रहा तो उस पर कार्रवाई की भी बात कही गई है.
खराब चावल की सप्लाई
वहीं, जब डीलर से बात की गई तो उसने भी बताया कि जो हमलोगों को चावल मिला है वही चावल बांट रहे हैं. वहीं, बिहटा के बाजार समिति में बने गोदाम के कर्मी से बात की गई तो उसने भी बताया कि चावल खराब आया है. इस मामले में सरकार के अलावा अधिकारी को भी सूचना दी गई है.
चावल के वितरण पर रोक
इस संबंध में सहायक आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि कुछ जनवितरण दुकानदार के पास खराब चावल की सप्लाई हो गई है. ऐसे चावल के वितरण पर रोक लगा दी गई है और अच्छे चावल की आपूर्ति कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि बेहतर क्वालिटी का राशन ही अब दुकान में बांटा जाएगा.