पटनाः एमएस धोनी के दस्ताने विवाद पर बीसीसीआई के साथ अब पटनाइट्स भी समर्थन में उतर आए हैं. पटनाइट्स का साफ कहना है कि धोनी इंडियन आर्मी को जो सपोर्ट कर रहे हैं वह सही है. पाकिस्तान बिना मतलब के विवाद कर रहा है.
पटनाइट्स के मुताबिक पाकिस्तान के खिलाड़ी जब फील्ड में नमाज पढ़ते हैं, उस वक्त सवाल क्यों नहीं उठाया जाता? उनका कहना है कि पाकिस्तान को खेल पर ध्यान देना चाहिए. दूसरे के बैज पर नहीं. धोनी अपने आर्मी को सपोर्ट कर रहे हैं. वो अपने देश का साथ दे रहे हैं, तो इसमें गलत क्या है?
क्या था मामला?
इंग्लैंड एंड वेल्स में जारी विश्व कप में भारत के पहले मैच में धोनी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विकेटकीपिंग दस्तानों पर भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स के चिह्न् का इस्तेमाल करते देखा गया था. जिसपर पाकिस्तान ने आपत्ति जतायी है. इसके बाद, आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा था कि वह धोनी के दस्तानों पर से यह चिह्न् हटवाए.
BCCI का मिला समर्थन
इस मामले में बीसीसीआई माही के समर्थन में उतरी है. बीसीसीआई के COA चीफ, विनोद राय ने कहा, 'हम आईसीसी को एमएस धोनी को उनके दस्ताने पर 'बलिदान' पहनने के लिए अनुमति लेने के लिए पहले ही चिट्ठी लिख चुके हैं.'
क्या कहता है ICC का नियम ?आईसीसी के नियम के मुताबिक, "आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए."