पटना:16 सितंबर को पटना विश्वविद्यालय के छात्रों और स्थानीय लोगों के बीच पथराव की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी. जिसमें एक राहगीर की मौत है गई थी. मृतक की मौत को लेकर पीयू के छात्रों ने शांति मार्च निकाला है. इस मार्च के माध्यम से छात्रों ने प्रशासन से मृतक के परिजन को मुआवजे देने मांग की है. वहीं इस शांति मार्च में कई छात्र संगठनों ने भी हिस्सा लिया है.
पीयू के छात्रों ने की मुआवजे की मांग, 16 सितंबर की हिंसा में हुई थी राहगीर की मौत - पटना पुलिस न्यूज
छात्रों ने बताया कि पुलिस प्रशासन निर्दोष छात्रों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने आनन-फानन में सभी छात्रावास को भी सील कर दिया है. छात्रों और स्थानीय लोगों के बीच पथराव में राहगीर की हुई थी मौत, मुआवजे के लिए पीयू के छात्रों ने निकाला शांति मार्च
'पुलिस निर्दोष छात्रों को कर रही गिरफ्तार'
बताया जाता है कि इस पूरे घटना के बाद पटना विश्वविद्यालय के छात्र अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर पटना विश्वविद्यालय कुलपति आवास पर धरना दे रहे थे. जिसमें 28 छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. अब सवाल यह है कि जो विद्यार्थी घटना में शामिल होगा वो अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर धरना क्यों देगा. वहीं छात्रों ने बताया कि पुलिस प्रशासन निर्दोष छात्रों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने आनन-फानन में सभी छात्रावास को भी सील कर दिया है.
'अविलंब दिया जाए उचित मुआवजा'
आइसा के राज्य अध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि इस तरह की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. पटना विश्वविद्यालय का छात्र समुदाय मृतक के शोकाकुल परिवार के साथ खड़ा है और हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि मृतक के परिजन को अविलंब उचित मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि घटना में 1 घंटे से ज्यादा वक्त तक पथराव होता रहा. फिर भी मौके पर पटना पुलिस नहीं पहुंची. जो पुलिस की भूमिका पर कई सवाल खड़े करता है. इसलिए इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी कार्रवाई की जाए. हालांकि निर्दोष लोगों को इसमें ना फसाया जाए.