पटना:महिला सुरक्षा और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में आंदोलन चल रहे हैं. बिहार में सबसे उग्र प्रदर्शन पटना विश्वविद्यालय के छात्रों का देखने को मिल रहा है. राजधानी में पिछले दिनों छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म को लेकर कारगिल चौक पर हंगामा हुआ. उसके बाद सीएए के विरोध में प्रदर्शन किया जाने लगा. इस मामले में पीयू के कई छात्र नामजद हुए.
इस पूरे प्रकरण को पटना विश्वविद्यालय के डीन नागेंद्र कुमार झा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इन विरोध प्रदर्शनों में जो पटना विश्वविद्यालय के छात्रों का नाम आया है उसमें दो तरह की एक्टिविटीज देखने को मिली है. पटना विश्वविद्यालय के छात्रों का पहला प्रदर्शन कारगिल चौक पर जो बीएन कॉलेज की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में था. इस मामले में पुलिस कार्रवाई जारी है.
पीयू के डीन नागेंद्र कुमार झा का बयान जारी है अनुशासनात्मक कार्रवाई
पीयू के डीन नागेंद्र कुमार झा ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी 13 दिसंबर को मिली थी. जिसके बाद उन्होंने उसी दिन से अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि दुर्भाग्य की बात है कि जो छात्र-छात्रा वहां प्रदर्शन कर रहे थे उनमें से 95 फीसद छात्रों को मामले की पूरी जानकारी नहीं है. डीन नागेंद्र कुमार झा ने कहा कि घटना पीयू परिसर के बाहर घटी थी. जिन छात्रों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया था, वह बीएन कॉलेज के छात्र हैं या नहीं इसकी भी अभी तक प्रामाणिक पुष्टि नहीं हो पाई है.
ये भी पढ़ें: CAA के विरोध और समर्थन में मार्च निकाल रहे PU के छात्रों को पुलिस ने रोका, गेट पर जड़ा ताला
सीएए का विरोध कर रहे छात्र
दूसरी घटना में पीयू के स्टूडेंट्स एनआरसी और नागरिकता कानून को लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. डीन नागेंद्र कुमार झा ने बताया कि इस संबंध में बीते सोमवार को वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक की गई है. उन्होंने बताया कि पटना विश्वविद्यालय के जो नवनिर्वाचित छात्र संघ के प्रतिनिधि हैं, बैठक में वे भी शामिल थे. उनकी भी काउंसिलिंग की गई है. उन्होंने कहा कि बाहरी तत्वों की ओर से पीयू के छात्रों को भड़काने की भी सूचना मिल रही है.