पटना: कपड़ा इंसान के व्यक्तित्व में चार चांद लगाता हैं लेकिन अगर वही कपड़े पुराने हो जाए तो लोग उस पर ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे में पटना की रूपा ने एक ऐसी पहल की है कि आज हर कोई उसकी चर्चा कर रहा है. दरअसल पुराने कपड़ों को रूपा ऐसा लुक देती हैं कि वह बड़े-बड़े शो रूम में अपनी जगह बना रहा है.
पटना की फैशन डिजाइनर रूपा का दिलचस्प सफर : रूपा पुराने कपड़ों को बेस्ट बनाती हैं. रूपा बताती हैं कि ट्रेंड के अनुसार लोग कपड़े पहनते हैं और कुछ दिनों के बाद जब ट्रेंड चला जाता है तो फिर वह डिजाइनर कपड़ा उतना आकर्षित नहीं दिखाता और लोग उसे पहनना छोड़ देते हैं. आउटडेड कपड़े सिर्फ अलमारी के शोभा बढ़ाते हैं.
पुराने कपड़ों को देती हैं न्यू लुक: ऐसे में रूपा पुराने कपड़ों को रीसाइक्लिंग करके एक नए रूप में डिजाइनिंग कपड़ा तैयार करती हैं जो लोगों को काफी पसंद आता है. इसका नतीजा है कि आज पटना की रूपा महिला सशक्तिकरण के रूप में एक मिसाल बनी हुई हैं. रूपा कुमारी ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि "मैंने सबसे पहले फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया ,लेकिन मेरे मन में सिर्फ यही था कि सिर्फ कोर्स है लेकिन कोर्स आज करियर में तब्दील हो गया है."
BSF की नौकरी छोड़ी: उन्होंने बताया कि "मैंने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद बीएसएफ में नौकरी की, लेकिन मेरा मन कुछ अलग करने का था. मेरा शौक और जुनून बचपन से ही फैशन डिजाइनिंग के तरफ था. फिर नौकरी छोड़ दी. उसके बाद हमने काफी मंथन चिंतन किया कि अब क्या किया जाए."
वेस्ट को बेस्ट बनाती हैं रूपा: रूपा ने बताया कि मेरे घर में काफी पुरानी साड़ियां थीं जो प्रचलन में नहीं थीं. मैंने अपना साड़ियों से अलग रूप में लहंगा कुर्ती, ब्लाउज दुपट्टा तैयार की और अपने सहेलियों को भी प्रोवाइड किया. इसके बाद मुझे रिस्पांस काफी अच्छा मिला. फिर मैंने अपने सगे संबंधी और सहेलियों से पुराने कपड़ों को रीसाइक्लिंग करके नए डिजाइन के रूप में तैयार करने लगी और धीरे-धीरे मेरे साथ लोग जुड़ते गए. उन्होंने कहा कहा कि पुराने चीजों को कभी भी वेस्ट नहीं समझना चाहिए बल्कि अगर आपके हाथ में हुनर है तो आप वेस्ट को बेस्ट बना सकते हैं.