पटना:सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले में छानबीन करने मुंबई गई पटना पुलिस ने सोमवार को 3 लोगों से पूछताछ कर उसका बयान दर्ज की है. इस तरह से पुलिस ने अब तक 10 लोगों का बयान दर्ज किया है. पुलिस ने सिद्धार्थ पैठानी, दीपेश सांवत और सिद्धार्थ गुप्ता से इस मामले में पूछताछ की है.
सूत्रों के अनुसार, सुशांत सिंह आत्महत्या मामले में मंगलवार को बिहार पुलिस ने सिद्धार्थ पैठानी को पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन हैदराबाद में रहने के कारण वो पुलिस के सामने नहीं पहुंच सके. जिसके बाद बिहार पुलिस ने फोन कॉल के जरिए संपर्क कर सिद्धार्थ पैठानी का बयान दर्ज किया. वहीं, पुलिस सूत्रों का कहना है कि सिद्धार्थ पैठानी को एक बार फिर से सामने बुला कर उसका बयान लिया जाएगा.
जनहित याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई
इसके अलावे पुलिस ने दीपेश सावंत से भी करीब 2 घंटे तक पूछताछ की. इनके बारे में बताया जाता है कि ये आखिरी समय में सुशांत सिंह राजपूत के घर पर मौजूद थे, जब सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या करने की बात कही जा रही थी. वहीं, सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच CBI को सौंपी जाए, इस जनहित याचिका पर मंगलवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई होगी. ये जनहित याचिका अदालत में महाराष्ट्र के नागपुर निवासी समीर ठक्कर ने दाखिल की है. बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की बेंच के सामने सुनवाई होगी.
बीएमसी के आयुक्त को आपत्ति पत्र
इन सब के अलावे सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस में तकरार जारी है. बिहार पुलिस ने मुंबई पुलिस पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाई है. वहीं, पटना प्रक्षेत्र के आईजी संजय सिंह ने मुंबई बीएमसी के आयुक्त इकबाल सिंह चहल को आपत्ति पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने बिहार के सिटी एसपी विनय तिवारी को क्वारंटीन करने पर कड़ी आपत्ती जताई है. पत्र में लिखा गया है कि जब विनय तिवारी सुशांत सिंह मामले में जांच करने मुंबई गए तो इसकी लिखित सूचना मुंबई पुलिस उपायुक्त जोन 9 बांद्रा को दे दिया था. फिर भी पुलिस अधकारियों को होम आइसोलेट क्यों किया.