पटना: 'दीदी' पटना के अपराध जगत में यह नाम उस शातिर महिला का है जो बाइक चोरों और लुटेरों का गिरोह चलाती है. वह अपने गिरोह के अपराधियों से चोरी और लूट की वारदात को अंजाम दिलाती है और हिस्सेदारी लेती है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महिला ने गिरोह चलाने के लिए लाखों का निवेश भी कर रखा है. उसने आधा दर्जन से अधिक महंगी स्पोर्ट्स बाइक खरीद रखी है. वह अपराधियों को वारदात को अंजाम देने के लिए किराये पर बाइक देती है और काम हो जाने के बाद घंटों के हिसाब से पैसे वसूलती है.
यह भी पढ़ें-बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देश, ग्रामीण इलाकों में बढ़ाएं गश्ती
पटना पुलिस के लिए इस शातिर महिला को पकड़ना चुनौती है. उसका सही-सही नाम न पुलिस को पता है और न पकड़ में आए उसके गिरोह के अपराधी बता रहे हैं. एक अपराधी ने उसका नाम पुष्पा बताया और पता भी दिया, लेकिन तहकीकात में सब फर्जी निकला. महिला अपराधियों के बीच अपने कई नाम का इस्तेमाल करती है. गिरोह के सदस्य उसे 'दीदी' कहकर बुलाते हैं.
पटना में नहीं स्थायी ठिकाना
महिला पुलिस से बचने के लिए पटना में स्थायी रूप से नहीं रहती. पहले पता चला कि उसका ठिकाना कंकड़बाग के पोस्टल पार्क में है, लेकिन पुलिस की जांच में पता चला कि महिला पटना की रहने वाली नहीं है. वह पटना आकर होटलों में रुका करती है और कभी कभार अपने नजदीकी संबंधी के यहां भी रुक जाती थी.
लूट में हिस्सेदारी लेती है महिला
बाइक चोरी करने के लिए अपराधियों को अपनी महंगी बाइक देने के बदले पुष्पा बदमाशों से घंटों के हिसाब से भाड़ा वसूलती है. इसके अलावा वह लूटे गए सामान को बेचने के बाद आने वाले रकम में अपनी हिस्सेदारी लेती है. सूत्र बताते हैं कि पकड़े गए बाइक चोरों से जब चोरी किए गए बाइक के बारे में पुलिस ने पूछा तो चोरों ने खुलासा किया था कि वे लोग पुष्पा से गाड़ी किराए पर लेते थे. अपराधी ने शातिर महिला का गलत नाम-पता पुलिस को बताया. इस कारण पुलिस को उस तक पहुंचने में परेशानी हो रही है.
यह भी पढ़ें-सीसीटीवी फुटेज: कपड़ा दुकानदार को गोली मार नंगे पांव भागा अपराधी, बाइक लेकर खड़ा था साथी