पटना: राजधानी पुलिस ने युवतियों को बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. मामला जानीपुर थानाक्षेत्र का है. जहां 50 वर्षीय शीला देवी नाम की महिला और उसके परिवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. शीला देवी और उसका परिवार जानीपुर स्थित रंजय यादव के मकान में किराए पर रहते थे. शीला देवी उसका पूरा परिवार बेसहारा युवतियों को शादी और नौकरी का झांसा देकर अपने घर लाता था. फिर उसे वेश्यावृत्ति के लिए बेच देता था.
पुलिस के शिकंजे में अपराधी लड़कियों का होता था व्यापार
पुलिस की कड़ी पूछताछ पर गिरोह की सरगना शीला ने काबुल किया कि लड़कियों को अस्सी हजार से लेकर एक लाख रुपये की रकम लेकर वेश्यावृति के लिए बेचा जाता था. इस घिनौने काम में शीला उसके तीन बेटे ,तीन बहुएं और दो सहयोगी राजेन्द्र और संजय शामिल थे. फिलहाल शीला के साथ उसका बेटा सन्नी, बहू रीना और एक सहयोगी राजेन्द्र पुलिस की गिरफ्त में है.
पुलिस ने बताया
जानीपुर पुलिस को सूचना मिली कि जानीपुर स्थित रंजय यादव के मकान में किराए पर रहने वाली शीला देवी के घर कुछ संदिग्ध लोगो का अक्सर आना जाना है. सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की तो घर से एक 19 वर्षीय युवती मिली. युवती ने बताया कि उसे बहला फुसलाकर यहां लाया गया है. उसे घर से निकलने नही दिया जाता है. पुलिस ने कहा कि शीला के दो अन्य बेटे,बहु और एक सहयोगी सजंय फरार है. जिसकी तलाश में छापेमारी जारी है.
लड़की तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ पहले भी जेल जा चुकी है शीला
फुलवारीशरीफ एएसपी संजय पांडे ने बताया कि ये गिरोह काफी सालों से सक्रिय है. उन्होंने बताया कि गिरोह की सरगना शीला सीतामढ़ी की रहने वाली है. ऐसे ही मामले में वर्षों पहले सीतामढ़ी से जेल भी चुकी हैं. जेल से छूटने के बाद उसने अपना ठिकाना जानीपुर में रंजन यादव के घर मे बनाया था. एएसपी के मुताबिक ये काफी शातिर औरत है. हमेशा अपना ठिकाना बदलती रहती है. जिससे पुलिस को इसकी करतूतों की भनक न लग सके.