पटना: राजधानी पटना में लॉकडाउन को सख्ती से पालन करने के लिए प्रशासन लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है. इसी दौरान पुलिस ने रविवार को बीजेपी के मीडिया प्रभारी राकेश कुमार को लॉकडाउन का उल्लंधन करने के आरोप में जमकर पीटाई कर दी. इस घटना के बाद भाजपा के नेता खासे नाराज हैं. घटना पर बीजेपी विधान पार्षद नवल यादव ने कहा की यह यह कर्फ्यू नहीं लॉकडाउन है. पुलिस बदतमीजी पर उतर आई है. बीजेपी मीडिया प्रभारी के साथ मारपीट सरासर गलत है.
पटना पुलिस ने की BJP मीडिया प्रभारी की पिटाई, बोली पार्टी- 'बदतमीजी ना करे पुलिस'
भाजपा नेता नवल यादव ने बताया कि पुलिस महामारी के समय जिस ढंग से व्यवहार कर रही है, वह निंदनीय है. वह लोगों के दुख पर नमक छिड़कने का काम कर रही है.
'बदतमीजी ना करे पुलिस'
दरअसल, भाजपा मीडिया प्रभारी राकेश कुमार अहले सुबह में अपने घर से राशन लेने के लिए निकले थे. जहां आर ब्लॉक चौराहा के पास कोतवाली थाने के दारोगा ने उन्हें रोका और पिटाई कर दी. राकेश कुमार ने इसकी जानकारी व्हाट्सएप पर तस्वीरें भेज कर दी है. राकेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा मीडिया प्रभारी का परिचय देने के बावजूद पुलिस ने यह कार्रवाई की है. इस घटना के भाजपा के नेता काफी नाराज हैं.
'कर्फ्यू नहीं लॉकडाउन है'
इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता नवल यादव ने बताया कि पुलिस महामारी के समय जिस ढंग से व्यवहार कर रही है. वह निंदनीय है. वह लोगों के दुख पर नमक छिड़कने का काम कर रही है. नवल यादव ने डीजीपी को संदेश देते हुए कहा कि यह कर्फ्यू नहीं लॉक डाउन है. यह जनता को महामारी से बचाने के लिए लागू किया गया है. लोग अपनी जरूरत की सामान खरीदने के लिए बाहर निकलते हैं, तो पुलिस उनके साथ बदतमीजी नहीं करे. उन्होंने कहा कि बिहार डीजीपी इस मामले को खुद से देखे और पूरे मामले में दोषी अधिकारी पर सख्त कार्रवाई हो.